बदायूं। जिलाधिकारी दीपा रंजन द्वारा शासन के निर्देशानुसार पशुपालन विभाग, दुग्ध विकास एवं मत्स्य पालन विभाग में पशुपालकों हेतु केसीसी बनाए जाने की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में आयोजित की गई।
बैठक में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि यह योजना विशेष अभियान चलाकर 15 फरवरी 2022 तक संपादित की जानी है। उन्होंने बताया कि जनपद को पशुपालन विभाग को 16443, डेयरी विभाग को 8182 एवं मत्स्य विभाग को 2100 केसीसी कुल 26725 केसीसी बनाने हेतु लक्ष्य प्राप्त हुआ है। जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि सभी विभाग अपना अपना लक्ष्य आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष 20 प्रतिशत अधिक मानते हुए कार्यवाही करें। अग्रणी जिला प्रबंधक इस लक्ष्य को बैंक वार शाखा प्रबंधकों को आवंटित कर दें। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सुनिश्चित करें कि विकासखंड स्तर पर कैंप लगाकर केसीसी के फार्म भरवाए जाएं जिसमें पशु चिकित्सा अधिकारी एबैंक अधिकारी एवं संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। कैंप के दौरान फार्म पूर्ण कर संबंधित शाखा प्रबंधक को सुपुर्द कर दिए जाएं साथ ही प्राप्ति रसीद भी पशुपालक को उपलब्ध कराई जाए। प्रभारी अधिकारी पीसीडीएफ को निर्देशित किया गया कि वह अधिक से अधिक पशुपालकों को सोसाइटी के द्वारा जोड़े जिससे अधिक से अधिक केसीसी का लाभ पशुपालक उठा सकें। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एवं प्रभारी अधिकारी पीसीडीएफ राष्ट्रीय आजीविका मिशन से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को केसीसी उपलब्ध कराने की कार्यवाही सुनिश्चित करें। इस कार्य हेतु उपायुक्त राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से समन्वय स्थापित कर कार्यवाही करें। अग्रणी जिला प्रबंधक सुनिश्चित करें कि केसीसी के आवेदन पहुंचने पर संबंधित शाखा प्रबंधक को त्वरित गति से केसीसी का निस्तारण करने हेतु निर्देशित करें। जिससे पशुपालक अनावश्यक रूप से बैंकों के चक्कर न लगाएं। मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य मछली पालन करने वाले, मछली बेचने वाले सभी के केसीसी बनाने हेतु कार्यवाही करें।