बिल्सी,(बदायूं)। बीते मंगलवार को तहसील में एसडीएम द्वारा अधिवक्ताओं से अभद्र व्यवहार करने एवं वादकारियों के कार्यों में अवरोध डालने को लेकर हुए विवाद के बाद तहसील बार एसोसियेशन के पदाधिकारियों ने एकजुट होकर उनके कोर्ट का बहिष्कार करते हुए हड़ताल शुरु कर दी है। जिससे यहां वादकारियों के सामने कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कल 26 नवम्बर को बार एक आवश्यक बैठक बुलाई जाएगी। जिसमें आंदोलन के लिए रणनीति तैयार की जाएगी।
ज्ञात रहे कि बीती मंगलवार को तहसील बार के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप सक्सेना अपने पुराने वाद के सम्बन्ध एसडीएम बिल्सी के कार्यालय कक्ष में मिलने गए। तब एसडीएम ने उनका प्रार्थना पत्र फेंकते हुए दुर्व्यहार किया। जिसके बाद तहसील बार के पदाधिकारियों ने एकत्रित होकर एसडीएम के खिलाफ नारेबाजी एवं प्रदर्शन किया। जिसके बाद समस्त अधिवक्ताओं द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि उक्त एसडीएम का स्थानान्तरण अन्य स्थान पर नहीं हो जाता है तब तक उनके कोर्ट का बहिष्कार करते हुए हड़ताल जारी रहेगी। बार के अध्यक्ष रामनाथ शर्मा ने बताया गुरुवार को हड़ताल का तीसरा दिन है। कल 26 नवम्बर को बार के पदाधिकारियों की एक बैठक बुलाई गई है। जिसमें आंदोलन के लिए रणनीति तैयार की जाएगी। उन्होने कहा कि जो भी पदाधिकारी बार के नियमों की अनदेखी करेगा। उस पर पांच हजार का अर्थदंड लगाया जाएगा। इस मौके पर सचिव विजेंद्र भानु सिंह, प्रदीप सक्सेना, राजीव सक्सेना, मनीष सक्सेना, संदीप सक्सेना, संजीव कुमार सिंह, प्रमोद सिंह, रामनिवास यादव, गिरीशचंद्र, अजयपाल सिंह, योगेश विसारिया, रामप्रकाश श्रीवास्तव, मुकेश सिंह आदि मौजूद रहे।