कुंवरगांव,(बदायूं)। कुंवरगांव थाना क्षेत्र गांव कल्लिया काजमपुर के एक घर से लगभग पांच माह पूर्व अगवा छह महीने के मासूम के अपहरण में नया मोेड़ आ गया है। गत वर्ष अक्टूबर को जनपद हाथरस में मिले एक मासूम बच्चें के डीएनए टेस्ट का मिलान माता-पिता से न होने पर बदायूं पुलिस को अपह्त बच्चें की तलाश फिर शुरू करना पड़ेगी। एसपी सिटी प्रवीण चैहान ने कुंवरगांव पहुंच कर पुलिस से बच्चें की जानकारी ली है।
कुंवरगांव के कल्लिया काजमपुर गांव में रहने वाले नेमसिंह का छह महीने का बेटा आयुष तीन अक्टूबर की रात घर से किसी ने अगवा कर लिया था। आधी रात को परिजनों को इसकी भनक लगी तो पुलिस ने भी तलाश शुरू कर दी थी लेकिन आयुष का कहीं कोई पता नहीं लग सका।
वारदात के बाद पुलिस ने डॉग स्कायड भी बुलवाया
पुलिस ने बरेली से डॉग स्कायड भी बुलवाया और गांव समेत इलाके के जंगल में बच्चे की तलाश कराई। शुरूआत में पुलिस यह मान रही थी कि कोई जानवर बच्चे को घर से उठाकर ले गया लेकिन हर कोशिश असफल होने पर पुलिस ने बच्चे के अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया। यह परिवार आर्थिक तौर पर काफी कमजोर हैए ऐसे में मासूम की तस्वीर तक इन लोगों के पास नहीं थी।
फिर हाथरस में मिला एक मासूम
पुलिस अगवा मासूम की तलाश में जुटी थी कि 10 अक्टूबर को हाथरस में अलीगढ़.आगरा हाइवे पर बैग में लिपटा एक छह महीने का बच्चा मिलने की जानकारी हुई। नेमसिंह व उसकी पत्नी को बच्चे की तस्वीर दिखाई तो उन्होंने दावा किया कि बच्चा उन्हीं का है।
फिर आई डीएनए टेस्ट की बारी
हाथरस की चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने डीएनए टेस्ट के बाद ही दंपति के दावे की पुष्टि का फैसला सुनाया तो दंपति का डीएनए सैंपल प्रिजर्व कर उसे जांच के लिए भेजा गया। जबकि मासूम चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की देखरेख में रखा गया है।
रिपोर्ट में नहीं हुई पुष्टि
एसएचओ कुंवरगांव मनोज वर्मा ने बताया कि डीएनए रिपोर्ट आ चुकी है इसमें नेमसिंह व कन्यावती का डीएनए उस बच्चे के डीएनए से मिलान नहीं हुआ है। अब परिजन दोबारा डीएनए टेस्ट की अर्जी देने की बात कह रहे हैं। फिलहाल बच्चे की तलाश अपने स्तर से दोबारा शुरू कर दी गई है।