उझानी(बदायूं)। कोतवाली क्षेत्र के कस्बा कछला के समीप बीती आधी रात के बाद दर्दनाक हादसा हो गया। हादसे में कछला निवासी एक युवक की मौत हो गई। युवक बाइक से अपने दोस्तों के साथ फूलपुर ढाबा पर खाना खाने गया था और देर रात अपने घर लौट रहा था कि कछला के समीप अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक कछला के प्रथम चेयरमैन का पुत्र था। युवक की मौत से परिवार समेत पूरे कछला क्षेत्र में कोहराम मचा हुआ है।
कस्बा कछला के वार्ड नम्बर छह निवासी सौरभ तोमर पुत्र राकेश सिंह शुक्रवार को अपने कुछ दोस्तों के साथ फूलपुर गांव के बाहर हाइवे स्थित ढाबा पर खाना खाने गया था और वहां से देर रात बाइक से अपने घर लौट रहा था। बताते हैं कि सौरभ की बाइक को कछला पैट्रोल पम्प के समीप अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी जिसके परिणाम स्वरूप वह मय बाइक के सड़क पर गिर पड़ा। बताते हैं कि रात होने के कारण हादसे पर गुजरते वाहनों का ध्यान नही गया मगर इस दौरान किसी वाहन चालक ने 112 पुलिस को सड़क पर किसी के मय बाइक के गिरे होने की सूचना दी तब पुलिस मौके पर पहुंची और गंभीरावस्था जान कर पुलिस कर्मी उसे लेकर रात लगभग दो बजे उझानी अस्पताल पहुंचे जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बताते हैं कि पुलिस ने युवक के पास मौजूद फोन व कागजों के आधार पर उसके परिजनों को हादसे की सूचना दी जिस परिवार में कोहराम मच गया और वह रोते बिलखते अस्पताल आ गए। बताते हैं कि परिजनों ने पुलिस से पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया और फिर लिखापढ़ी कर शव को लेकर कछला लौट गए। युवक की मौत की सूचना जैसे ही क्षेत्र में पहुंची तब लोग हक्कें बक्कें रह गए। लोगों को विश्वास नही हो रहा था कि सौरभ की हादसे में मौत हो चुकी है। बड़ी संख्या में कछलावासी मृतक सौरभ के घर उसे श्रद्धाजंलि देने पहुंच गए। परिजनों ने गमभरे माहौल में उसका अंतिम संस्कार कछला गंगा घाट पर कर दिया है।
अपवादः पिता और बड़े भाई की भी सड़क हादसे में हुई मौत
कभी-कभी कुछ अपवाद ऐसे होते हैं जो व्यक्ति का पीछा नही छोड़ते हैं। सौरभ की हादसे में मौत हो गई लेकिन उसके पिता कछला के प्रथम चेयरमैन राकेश सिंह तोमर की भी काफी समय पहले सड़क हादसे में मौत हुई थी। लगभग चार-पांच साल पहले सौरभ के बड़े भाई गौरव की भी सड़क हादसे में मौत हो गई। गौरव बाइक से उझानी से कछला की आरे जा रहा था इसी दौरान गांव छतुईया के समीप उसकी बाइक पेड़ से टकरा गई जिससे उसकी मौत हो गई। अपने परिवार में सौरभ ही बचा हुआ था और वह दातागंज में काम करता था लेकिन वह अपने घर आया था कि वह भी हादसे का शिकार हो गया। उसकी मौत से परिजन सुध-बुध खो बैठे हैं।
दो माह बाद होनी थी शादी
सौरभ की शादी तय हो चुकी थी और दो माह बाद उसकी शादी होनी थी लेकिन होनी को तो कुछ और ही मंजूर था। सौरभ की शुक्रवार को सड़क हादसे में मौत के बाद लोग उसके अच्छे व्यवहार को लेकर उसकी तारीफ करते नजर आ रहे थे।