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उझानी में भाजपा नेता, दुकानदारों की पुलिस से हूंकतांक 0 दुकानदारों ने पुलिस पर लगाया दुकानें खुलवानें और पक्षपात का आरोप

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उझानी (बदायूं)। प्रदेेश सरकार द्वारा लागू कोेरोना कफ्र्यू के दौरान बड़े दुकानदारों को अभयदान देने वाली पुलिस ने जब आज सुबह छोटे दुकानदारों से अभद्रता शुरू की तो दुकानदारों का गुस्सा फूट पड़ा। इस बीच दुकानदारों का पक्ष रखने पहुंचे भाजपा नेता से दरोेगा उलझ गया और उनके साथ धक्का मुक्की कर मुकद्दमा दर्ज कराने की धमकी देेने लगा लेकिन जब दुकानदारों ने पुलिस का घेराव कर लिया तब पुलिस बैकफुट पर पहुंच गई। इस दौरान दरोगा की दुकानदारों से भी जमकर नोकझोंक हुई। मामले के कोेतवाली पहुंचने पर इंस्पेक्टर की मौजूदगी में विवाद को दोनों पक्षों को समझाबुझा कर रफा दफा करा दिया।
आज सुबह लगभग दस बजे बिल्सी रोड पर संकेत सिंह की मिठाई की दुकान खुली हुई थी, इसी दौरान कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक खुर्शीद अहमद पुलिस बल के साथ वहां पहुंच गए और दुकानें खुली देख उन्होंने दुकानदारों अभद्रता शुरू कर दी। दरोगा के इस व्यवहार से दुकानदारों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने दरोगा से कहा कि वह पहले कोतवाली रोड की लाॅकडाउन में खुल रही बड़ी मिठाईयों की दुकानों समेत अन्य दुकानें बंद कराए। बताते है कि दुकानदारों की बात सुन कर दरोगा ने लोगों को हड़काना शुरू कर दिया। बताते है कि इस भाजपा के युवा नेता योगेश प्रताप सिंह वहां पहुंच गए और उन्होंने छोटे एवं गरीब दुकानदारों का पक्ष रखा। भाजपा नेता के पक्ष रखने से दरोगा उखड़ गया और फिर दोनों में हूंकतांक हो गयी। बताते है कि दरोगा ने भाजपा नेता के साथ भी अभद्रता करते हुए जीप में बैैठने के साथ उनके खिलाफ मुकद्दमा दर्ज करने की धमकी दे डाली। बताते है कि दरोगा की इस धमकी के बाद से भाजपा नेता योगेश समेत दुकानदारों का गुस्सा और भी बढ़ गया। दुकानदारों ने दरोगा से कहा कि कोतवाली से लेकर घंटाघर चैराहा तक बिना किसी खौफ के खुलने वाली मिठाईयों की दुकानें क्यों नही बंद कराते है? क्या इन दुकानों को पुलिस ने अलग से परमिशन दे रखी है जो यह दुकानें लगातार खुली रहती हैं। पुलिस और दुकानदारों तथा भाजपा नेता सेे हूंकतांक के बाद जब मामला कोतवाली पहुंचा तब इंस्पेक्टर विशाल प्रताप सिंह ने दोनों पक्षों को सुना। दरोगा के व्यवहार के कारण बैकफुट पर आई पुलिस ने अपनी गलती स्वीकारते हुए मामले को रफा दफा करा दिया है। यहां बता दें कि स्टेशन रोेड पर कोतवाली से लेकर घंटाघर चैराहें तक मिठाईयों और अन्य बड़े व्यापारियों की दुकानें लाॅकडाउन के दौरान खुली रहती हैं। पुलिस लाॅकडाउन पालन कराने के नाम पर छोटे एवं मझोले दुकानदारों के साथ गाली गलौच के साथ अभद्रता करती रहती हैे वही स्टेशन रोड के मिठाई विक्रेताओं को दुकान खोलने की छूट रहती है। पुलिस के इस पक्षपात से नगर के दुकानदारों में पुलिस की कार्य प्रणाली के प्रति आक्रोश था। नागरिकों का कहना है कि चाहे कोई अधिकारी आ जाए लेकिन यह दुकानें बंद न ही होती हैं।

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