उझानी,(बदायूं)। आधुनिक भारत और डिजीटल लेन देन के युग में साइबर अपराधियों ने वारदातों को अंजाम देने के लिए तौर तरीके ही बदल दिए हैं। साइबर अपराधी अब मांगता नही है बल्कि देने का मैसिज भेजता है और रिसीव करते ही बैंक खाते से नकदी उड़ा दी जाती है। ऐसा ही वाक्या सोमवार को उझानी के एक शिक्षक के साथ हुआ। साइबर अपराधी ने शिक्षक का नाम लेकर उसे अपना रिश्तेदार बताया और कहा कि वह कुछ रुपयों का मैसिज भेज रहा है उसे रिसीव कर लें तब वह पैसा घर आकर ले लेगा। शिक्षक ने मैसिज रिसीव किया तभी उसके मोबाइल से बीस हजार से अधिक की नकदी गायब होने का संदेशा आ गए। पीड़ित शिक्षक ने पुलिस को तहरीर देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
नगर के मौहल्ला किलाखेड़ा निवासी शिक्षक नीरज वर्मा ने पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि आज सुुबह उसके पास एक व्यक्ति का फोन आया और उसने खुद को उसका रिश्तेदार बताते हुए कहा कि वह उझानी में तकादे को आया है लेकिन रुपया देने वाला फोन पे पर भुगतान करना चाहता है। उक्त व्यक्ति ने कहा कि वह उसके नम्बर पर रुपया भेज रहा है और घर आकर रुपया ले लेगा। बताते है कि साइबर अपराधी ने शिक्षक को फोन पर विश्वाश में लेकर एक मैसिज भेजा जो दस रुपया का था। शिक्षक ने बताया कि उसने वह मैसिज रिसीव कर लिया तब एक मैसिज और आया साथ ही साइबर अपराधी का फोन भी आया कि उसने और रुपया उसके फोन पे पर डाले है वह देख लें। शिक्षक ने जैसे ही दूसरे मैजिस को रिसीव किया तभी उसके मोबाइल पर 14 हजार 400 रुपया और पांच हजार नौ सौ रुपया खाते से गायब होेने का मैसिज आ गया। बताते है कि अपने बैंक खाते से रुपया गायब होते देख शिक्षक को ठगे जाने का अहसास हुआ।
शिक्षक ने कोतवाली पहुंच कर पुलिस को पूरी बात बताई और साइबर अपराधी के प्रति कानूनी कार्रवाई की मांग की।
डिजीटल लेन देन पर जोर देने वाली सरकार साइबर अपराधियों पर अंकुश नही लगा पा रही है और साइबर अपराधी है कि लोगों को लूटने के नए नए तरीके अपनाने लगे है। साइबर अपराधी अब लोगों ने देने की नही लेने के नाम पर लूटने में लगे हुए है। जानकार लोगों का कहना है कि अंजान व्यक्ति द्वारा मोबाइल पर की जा रही बातों से प्रत्येक नागरिकों को बचना चाहिए साथ ही किसी मैसिज को रिसीव नही करना चाहिए। जानकार लोगों का मानना है कि जागरूकता से ही लुटेरों से बचा जा सकता है।