जनपद बदायूं

प्रदेश भर में टीईटी परीक्षा रद्द होने से मायूस हुए अभ्यर्थी, 50 फीसदी हल कर चुके थे पेपर

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बदायूं। रविवार को आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा टीईटी के अचानक रद्द हो जाने की वजह से दूर. दराज से आये परीक्षार्थियों के चेहरे उतर गए। उनमें मायूसी छा गई। छात्रों ने दुखी मन से कहा कि इस बार तो पेपर इतना सरल आया था कि वह तकरीबन 50 प्रतिशत प्रश्न हल कर चुके थे। अब उन्हें फिर से तैयारी करनी होगी।

शहर व देहात के 20 केंद्रों पर शांति पूर्ण ढंग से प्रातः 10 बजे परीक्षा शुरू की गई थी। डीआइओएस डा. प्रवेश कुमार ने बताया कि प्राइमरी स्तर की परीक्षा में 9940 अभ्यर्थी व उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में 6181 अभ्यर्थी परीक्षा दे रहे थे। सभी जगह परीक्षा शांति पूर्ण ढंग से शुरू हो गई थी। सुबह करीब सवा 10 बजे जिलाधिकारी दीपा रंजन का संदेश मिलने के बाद परीक्षा स्थगित करने का फैसला लिया गया। सभी केंद्र व्यवस्थापकों को इस संबंध में तत्काल निर्देश जारी किए गए और अभ्यर्थियों को बांटे गए प्रश्न पत्र वापस ले लिए गए। इन सभी को सुरक्षित डबल लॉक में रखवा दिया गया है। केंद्र व्यवस्थापकों से कहा गया था कि अभ्यर्थियों को एक साथ न छोड़ें बल्कि धीरे.धीरे छोड़ा जाए ताकि कहीं पर कोई जाम की स्थिति पैदा न हो। वहीं अचानक से प्रश्न पत्र वापस लिए जाने से अभ्यर्थियों से में खलबली मच गई। उन्हें परीक्षा स्थगित होने की जानकारी नहीं थीए लिहाजा उनके बीच तमाम तरह की चर्चाएं जोर पकडऩे लगी।

परीक्षा केंद्रों पर हंगामें की आशंका के चलते पुलिस प्रशासन की ओर से पुलिस बल बढ़ा दिया गया। एसपी सिटी प्रवीण कुमार सिंह स्वयं मोर्चा संभाले हुए थे। जिससे अचानक उत्पन्न हुई स्थिति से निपटा जा सके।

बीस केंद्रों पर टीईटी परीक्षा कराई जा रही थी। शांतिपूर्ण चल रही परीक्षा के बीच ही डीएम की ओर से परीक्षा रद्द किये जाने का संदेश आया था। जिसकी जानकारी केंद्र व्यवस्थापकों को दी गई। परीक्षा क्यों रद्द की गई। इसकी अभी तक आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। अब परीक्षा कब होगी इसकी भी जानकारी नहीं है। इसका निर्णय शासन स्तर पर ही होना है।
डा. प्रवेश कुमार डीआईओएस

शिक्षक बनने का सपना लेकर परीक्षा देर रहे परीक्षार्थी परीक्षा रद्द होने की सूचना पर लगे रोने
दातागंज से सिंगलर गल्र्स इंटर कॉलेज में परीक्षा देने आईं संध्या का कहना था कि वह महीनों से परीक्षा की तैयारी करके शिक्षक बनना चाहतीं थीं लेकिन अचानक से पेपर हाथ से पेपर वापस लिए जाने से उन्हें रोना आ गया था। मन में बहुत निराशा हुई। पेपर इतना सरल आया था कि 50 फीसद हल कर लिया था।
इस परीक्षा में पास होना था जरुरी
उझानी से आई रेखा एवं दातागंज क्षेत्र के गांव करनपुर से परीक्षा देने आईं दीक्षा राघव का कहना था कि पता नहीं किन.किन हालातों से गुजर कर स्वजन ने उन्हें कोचिग कराई थी। इस परीक्षा में पास होना निश्चित था। प्रश्न पत्र भी सरल आया था। पेपर निरस्त होने पर अब उन्हें फिर से तैयारी में जुटना होगा।

परीक्षा रद्द होने से मन बहुत उदास है
बिल्सी से आई नीलम एवं सतेती से परीक्षा देने आईं गीता का कहना था कि गांव में रहकर परीक्षा की तैयारी की थी। पेपर भी बहुत आसान आया था और काफी हद तक हल भी कर लिया था लेकिन निरस्त कर दी गई। इससे मन में बहुत निराशा है। अब पता नहीं कर परीक्षा होगी। इसके लिए उन्हें फिर से तैयारी करनी होगी

बहुत मेहनत की थी
बदायूं की नेहा एवं बिसौली से वैष्णवी शर्मा का कहना था कि तैयारी अच्छी की थीए पेपर भी बेहतर थाए लेकिन निरस्त होने से निराशा हाथ लगी। मैंने इस बार परीक्षा के लिए बहुत मेहनत की थी। इसी कारण 5० फीसद से अधिक पेपर को हल कर लिया था। अब एक बार फिर तैयारी करनी होगी।

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