उझानी,(बदायूं)। शुक्रवार को बदायूं रोड पर पालिका प्रशासन ने अवैध कब्जें हटाने के दौरान नये सिनेमा हाल संचालकों द्वारा नाले पर किया गया अवैध कब्जा न तोड़े जाने से जनमानस में चर्चाएं शुरू हो गए। चर्चाओं में कहा जाने लगा कि गरीबों का अतिक्रमण तोड़ा जा रहा है जबकि प्रभावशाली और अमीरों के अवैध कब्जें को अभयदान दिया जा रहा है। पालिका प्रशासन की इस पक्षपात की कार्रवाई से नागरिकों में भारी रोष व्याप्त है।
आज दोपहर से पालिका प्रशासन के पीले पंजे ने बदायूं रोड पर पीएनबी (ओबीसी) बैंक से नाले के ऊपर बने अवैध कब्जों को पल में ही तोड़ डाला लेकिन पीला पंजा नये सिनेमा हाल पर पहुंचते ही एकाएक इतना कमजोर हो गया कि सिनेमा के सामने संचालकों द्वारा नाले पर किए गए स्थाई अतिक्रमण को तोड़ने की हिम्मत ही खत्म हो गई। बताते है कि साथ चल रहे अधिशासी अधिकारी जेपी यादव समेत पालिका प्रशासन की फौज और पुलिस फोर्स सिनेमा हाल के अतिक्रमण को देख कर बिना कार्रवाई के आगे बढ़ गए। पालिका प्रशासन के पीले पंजे द्वारा किए गए पक्षपात का शोर इतना हुआ कि बाजार में चर्चाएं व्याप्त हो गई। चर्चाओं में कहा गया है कि सिनेमा हाल संचालक के एक माननीय से घनिष्ठ सम्बंध है जिसके चलते सिनेमा हाल के सामने का अतिक्रमण नही तोड़ा गया है। जब बाजार में चर्चाएं व्याप्त हुई तब इस मामले में ईओ जेपी यादव से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि नाले की सफाई मंे कोई रूकावट न आए वह अतिक्रमण के दायरे में नही आता है। नागरिकों का कहना है कि पालिका प्रशासन ने विभिन्न मार्गो पर नाले-नालियों के ऊपर दुकानदारों द्वारा बनाएं गए जालों आदि को क्यों तोड़ा जबकि उसे उठा कर नालियों का सफाई आसानी से की जा सकती थी।