बदायूं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर में उसके खेत में आग लगाने वाले एवं उसके साथ मारपीट करने वाले दबंगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई न होने पर खुद को आग के हवाले करने वाले किसान की बरेली के हायर सेंटर में इलाज के दौरान मौत हो गई। किसान की मौत से जहां परिजनों मंे कोहराम है वही बरेली क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। चर्चा है कि किसान की मौत के बाद पुलिस ने कुछ आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गांव रसूलपुर निवासी किसान किशनपाल बुधवार को अपने दो बेटों और पत्नी के साथ उसके खेत में रखी गेंहू की फसल में आग लगाने और उसके व परिजनों के साथ मारपीट करने वाले दबंगों तथा मंडी चैकी पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उस पर दबाब बनाने की शिकायत करने एसएसपी कार्यालय पहुंचा था मगर पुलिस अधिकारी के न मिलने पर उसने अपने शरीर पर कोई तरल पदार्थ डाल कर आग लगा ली जिसमें वह गंभीर रूप से जल गया। इस घटना के बाद सकते में आई पुलिस ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन उसकी नाजुक हालत को देखते हुए डाक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर बरेली रैफर कर दिया। बताते हैं कि आज सुबह बरेली में इलाज के दौरान किसान किशनपाल की मौत हो गई जिससे उसके परिवार में कोहराम मच गया। किसान की मौत की सूचना पर बरेली पुलिस ने उसके शव को अपने कब्जें मंे लेकर पीएम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। इससे पूर्व गंभीर हालत में किसान के बरेली हायर सेंटर पहुंचने पर आई जी रमित शर्मा ने अस्पताल पहुंच कर घटनाक्रम की जानकारी ली और इसके बाद इस पूरे प्रकरण में जांच के लिए बरेली के एसपी सिटी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिया। किसान की मौत के बाद पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज करते हुए कुछ नामजद आरोपियों को हिरासत में लेने की चर्चा है।