उझानी,(बदायूं)। जनपद फिरोजाबाद से दुर्गा मूर्ति विसर्जित करने परिजनों एवं ग्रामीणों के साथ कछला स्थित मां भागीरथी के तट पर आए शुक्रवार की शाम गंगा स्नान करते वक्त आधा दर्जन श्रद्धालु गंगा के गहरे पानी में जाकर डूब गए। परिजनों का शोरगुल सुन कर घाट पर मौजूद गोताखोरों ने दो श्रद्धालुओं को बचा लिया जबकि एक किशोर समेत चार श्रद्धालु गहरे पानी में समा गए। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से गंगा मंे डूबे लोगों की तलाश शुरू कर दी लेकिन रात होने तक उनका कोई पता नही चला। अंधेरे में गंगा में उतरना गोताखोरों को मुुश्किल हो रहा है।
जनपद फिरोजाबाद के थाना नारखी के गांव वचगांव में दुर्गा पूजन का आयोजन किया गया। नवरात्र समापन के उपरांत गांव के लोग अपने परिवारों के साथ उझानी क्षेत्र के कछला स्थित मां भागीरथी के तट पर मां दुर्गा की मूर्ति विसर्जन करने आए थे। बताते है कि दोपहर के वक्त गंगा तट पर पहुंचे ग्रामीणों ने मां दुर्गा की पूजा अर्चना की और विधिवत रूप मां दुर्गा की मूर्ति को गंगा मंे विसर्जित कर दिया। बताते है कि मूर्ति विसर्जन के उपरांत शुक्रवार की शाम लगभग चार बजेे सभी ग्रामीण अपने परिवारों के साथ गंगा में स्नान कर रहे थे कि आधा दर्जन ग्रामीण स्नान करते हुुए गहरे पानी में जा पहुंचे और डूबने लगे। बताते है कि सभी ने एक दूसरे को बचाने का प्रयास किया मगर सभी डूबते चले गए। डूबते लोगों के शोरगुल पर परिजनों ने घाट पर शोर मचा दिया जिससे घाट पर मौजूद कुछ तैराक नागरिकों ने दो ग्रामीणों को गंगा के पानी से निकाल लिया लेकिन 50 वर्षीय दीपक गुप्ता पुत्र मदन सेठ, 18वर्षीय कुणाल शर्मा पुत्र बृजेश शर्मा, 20 वर्षीय रामू शर्मा पुत्र कौशल, 15 वर्षीय भोला शर्मा पुत्र सी के शर्मा पानी के तेज बहाव के साथ गहरे पानी में समाते चले गए। बताते है कि एक साथ चार ग्रामीणों के डूबने गंगा तट पर हा – हाकार मच गया। बताते है कि गंगा घाट पर हादसे की सूचना पर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक बिजेन्द्र सिंह, कछला चैकी प्रभारी एसआई सत्यपाल सिंह पुलिस और पीएसी के गोताखोरों और घाट पर मौजूद निजी गोताखोरों के साथ मौैके पर पहुंच गए। पुलिस ने गोेताखोरों की मदद से गंगा के गहरे पानी में डूबे लोगों की तलाश शुरू करा दी लेकिन कई घंटों की मशक्कत के बाद भी गोताखोर पानी मंे डूबे श्रद्धालुओं को तलाश नही कर सकेे। अनुमान लगाया जा रहा है कि चारों की गंगा के पानी में डूब कर मौत हो सकती है। गंगा में एक साथ चार लोगों की डूबने की सूचना पर सीओ उझानी गजेन्द्र श्रोेत्रिय भी मौके पर पहुंच गए और रेसक्यू की जानकारी ली। इस मामले में प्रभारी निरीक्षक बिजेन्द्र सिंह नेे बताया कि अंधेरा होने के कारण गंगा में डूबे लोगों की तलाश बंद करा दी गई है और सुबह डूबे लोगों को तलाश कराने का अभियान शुरू किया जाएगा। देर रात तक गंगा में डूबे लोगों के परिजनों के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीण घाट पर डटे हुुए थे और विलाप कर रहे थे।