उझानी(बदायूं)। कोतवाली क्षेत्र में कछला स्थित मां भागीरथी के तट पर एक बार फिर प्रशासनिक लाहपरवाही देखने को मिल रही है जिससे आए दिन श्रद्धालुओं की जान गंगा में डूब कर जा रही है। गंगा तट पर प्रशासनिक देखरेख न होने के कारण श्रद्धालु स्नान करते वक्त गहरे पानी में जाकर डूब जाते है। रविवार को गंगा स्नान करने आए मथुरा, भरतपुर और बदायूं के आधा दर्जन से अधिक श्रद्धालु गंगा मंे डूब गए। चार लोगों को शोर शराबे पर गोताखोरों ने बचा लिया जबकि एक की मौत होने और एक के लापता होने की चर्चा है।
रविवार को मथुरा जनपद के दातिया निवासी विवेक शर्मा पुत्र प्रमोद शर्मा अपने परिवार और मित्रों के साथ गंगा स्नान करने कछला गंगा तट पर आए थे। बताते हैं कि विवेक गंगा में स्नान करते वक्त अचानक गहरे पानी में चला गया और डूब गया। बताते हैं कि गंगा में विवेक को न देख परिजनों ने शोर शराबा किया जिससे घाट पर मौजूद गोताखोरों ने गंगा में उतर कर विवेक को तलाश किया और कड़ी मशक्त के बाद उसे बेहोशी हालत में गंगा से निकाला। बताते हैं कि परिजन विवेक को इलाज के लिए उसे कासगंज ले गए जहां बताया जा रहा है कि डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया हालांकि अभी किसी ने इसकी पुष्टि नही की है। बताते हैं कि इसी दौरान तीन अन्य युवक भी गंगा में डूब गए थे जिन्हें घाट पर मौजूद गोताखोरों ने बचा लिया।
इधर पुल के नीचे गंगा स्नान करने के लिए उतरे मुजरिया थाना क्षेत्र के गांव भिण्ड निवासी मुकेश पुत्र गजेन्द्र अचानक गहरे पानी में पहुंच कर डूब गया गनीमत रही कि इस दौरान अन्य श्रद्धालु की नजर डूबते मुकेश पर पड़ गई और उसने शोर मचा दिया जिससे गोताखोरों ने गंगा मंे उतर कर उसे जीवित अवस्था में निकाल लिया। दूसरी ओर राजस्थान प्रदेश भरतपुर जनपद के थाना हलैना क्षेत्र के गांव ललिता मुडिया निवासी छविराम अपने चाचा की अस्थियां विसर्जित करने कछला गंगा तट पर आया था। छविराम अपने चचेरे भाई देवराज के साथ स्नान कर रहा था और वह अचानक लापता हो गया। परिजनों ने उसके गंगा में डूबने की आशंका जाहिर करते हुए पुलिस को सूचना दी मगर पुलिस ने इसे गंभीरता से नही लिया। इस संदर्भ में जब प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार से जानकारी ली गई तो उन्होंने कछला में किसी के भी डूबने या मरने की सूचना से स्पष्ट मना कर दिया।