उझानी

पीएनबी के अंदर मौजूद उच्चकों ने ग्रामीण महिला से छीने साढ़े 31 हजार रुपया

उझानी, (बदायूं) । मंगलवार की दोपहर नगर के पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में नकदी जमा कराने पहुंची एक ग्रामीण महिला से बैंक के अंदर खुद को बैंक कर्मी बताते हुए दो उच्चकों ने उससे फार्म भरने के बाहने साढ़े 31 हजार रुपया की नकदी झपट ली और मौका देख कर फरार हो गए। उच्चकों के भागने के बाद महिला को जब समझ आया तो उसने शोर मचा कर बैंक कर्मियों और अन्य ग्राहकों को उससे नकदी छीने जाने की बात बताई तब ग्राहकों ने बैंक के बाहर तक उच्चकों को तलाशा मगर वह न मिल सके। पीड़िता ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर उच्चकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने एवं उन्हें तलाशने की गुहार लगाई है मगर पुलिस ने इसे गंभीरता से नही लिया है।
कोतवाली क्षेत्र के गांव लऊआ निवासी कृष्णपाल की पत्नी राजवती आज दोपहर दो बजे अपने खाते में साढ़े 31 हजार रुपया जमा कराने मुख्य बाजार स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा आई थी। बताते है कि बैंक के अंदर घुसते ही दो उच्चकें मिले और उच्चकों ने उसे खुद को बैंक कर्मी बताते हुए उसे अपने झांसे में ले लिया। उच्चकों ने उसका फार्म भरने के लिए पासबुक और साढ़े 31 हजार रुपया भी ले लिया। बताते है कि उच्चकों ने महिला को अपनी बातों मंे उलझा लिया और मौका देख कर भाग निकले। बताते है कि उच्चकों को मय नगदी और पासबुक के साथ भागने पर महिला ने शोर मचा कर बैंक कर्मियों और ग्राहकों को एकत्र कर लिया। ग्राहकों ने महिला की मदद करते हुए उच्चकों की बैंक के बाहर तक तलाश की मगरक उच्चकों को कोई पता न चला। नकदी लूट कर ले जाने पर रोती बिलखती महिला कोतवाली पहुंची और पुलिस को पूरा घटनाक्रम बताया। पीड़िता ने पुलिस को तहरीर देकर उच्चकों की तलाश करने की गुहार लगाई लेकिन पुलिस ने न तो उच्चकों को तलाश किया और न ही उसकी रिपोर्ट दर्ज की।

बैंक के अंदर की वारदात ने बैंक और सुरक्षा कर्मियों पर खड़े किए सवाल
उझानी। पंजाब नेशनल बैंक परिसर की इस वारदात ने बैंक कर्मियों और बैंक के अंदर मौजूद बैंक गार्ड और कोतवाली पुलिस के सुरक्षा कर्मियों की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हो गए है। बैंक के अंदर तमाम सुरक्षा संबंधी उपाय होने के बाद भी उच्चकें बैंक के अंदर रह कर अपने शिकार को तलाश करते रहते है और मौका देेख कर वारदात को अंजाम देकर निकल जाते है जिससे बैंक और सुरक्षा कर्मियों पर सवाल खड़े होने लाजिमी हैं। बताते है कि बैंक में अधिकांश खातेेदार विशेषकर महिलाएं अनपढ़ है और रुपया जमा कराने तथा निकालते वक्त उन्हें मदद की जरूरत होती है। बताते है कि इस तरह के ग्राहक बैंक कर्मियों से फार्म भरने की गुहार लगाते है लेकिन बैंक कर्मी उनकी मदद करने के बजाय उन्हें दुत्कार देते है जिससे अनपढ़ ग्राहक बैंक आने वाले अन्य खातेदारों से मदद लेते है। बताते है कि अनपढ़ ग्राहकों का लाभ उठा कर उच्चकें अपने मंसूबों में कामयाब होकर ग्राहकों कंगाल बना कर आसानी से निकल जाते है। दूसरी ओर पुलिस द्वारा बैंक निरीक्षण के नाम पर खानापूर्ति की जाती है जिससे अपराधी आसानी से अपना शिकार ग्राहकों को बना लेते हैं।

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