उझानी,(बदायूं)। कछला-सहसवान मार्ग पर गांव चंदनपुर-पिपरौल के समीप पेड़ से कार टकराने के बाद लहूलुहान हालत में उझानी अस्पताल लाए गए सभी घायल महिला-पुरूषों और बच्चों को अस्पताल कर्मियों ने बैड-स्टेचर आदि पर लिटाने के बजाय गर्म जमीन पर तड़पने के लिए छोड़ दिया गया और सभी घायल एक घंटे से अधिक समय तक गर्म जमीन पर पड़े कहराते नजर आ रहे थे।
बताते है कि जिला अस्पताल रैफर करने के बाद भी घायल लगभग डेढ़ घंटे गर्म जमीन पर पड़े रहे और अस्पताल कर्मियों ने घायलों को अस्पताल के बैडों पर लिटाने की जरूरत नही समझी। जमीन पर पड़े घायलों को देख कर अस्पताल आने वाले लोगों में अस्पताल कर्मियों के खिलाफ रोष व्याप्त हो गया। नागरिकों का कहना है कि भीषण गर्मी में गंदगी से भरी जमीन पर घायलो का पड़ा होेना अस्पताल कर्मियों की संवेदनहीनता को दर्शाता है।