उझानी(बदायूं)। कोतवाली क्षेत्र में पांच दिनों से लापता एक ग्रामीण का शव उसी के खेत में जीर्ण-क्षीर्ण अवस्था में मिला है। ग्रामीण के शव मिलने की सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पीएम के लिए भेज दिया। ग्रामीण की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया है। पुलिस ग्रामीण को शराबी मान रही है और शराब के कारण ही उसकी मौत होना बता रही है।
कोतवाली क्षेत्र के गांव पीरबट्टू में शनिवार की सुबह भूरे नामक ग्रामीण के खेत से उठ रही दुर्गंध से परेशान ग्रामीणों ने जब खेत को तलाश किया तब वहां एक शव जीर्ण-क्षीर्ण अवस्था में पड़ा हुआ था जो कंकाल के रूप में तब्दील हो चुका था। खेत में शव मिलने की सूचना पर भारी संख्या में ग्रामीण पहुंच गए और फिर शव की शिनाख्त गांव पीरबट्टू निवासी 36 वर्षीय उमेश यादव पुत्र बालकराम के रूप में उसके परिजनों ने की। परिजनों ने उमेश का कंकाल रूपी शव मिलने की सूचना पुलिस को दी जिस पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और परिजनों से जानकारी जुटाने के बाद शव को पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया।
यहां बताते कि उमेश 18 सितम्बर को अपने घर से खेत में लगी फसल की रखवाली करने के लिए आया था लेकिन वह अचानक लापता हो गया। उमेश के लापता होने पर परिजनों ने पुलिस को किसी अनहोनी की आशंका जताते हुए सूचना देकर गुमशुदगी दर्ज कराई थी। बताते हैं कि शनिवार को उमेश का शव उसी के परिजनों के खेत में कंकाल के रूप में मिलने से परिजनों में कोहराम मच गया है। पुलिस ने शाम को शव का पीएम करा कर परिजनों को सौंप दिया है। इस मामले में जानकारी करने पर प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार ने हत्या की संभावना से इंकार करते हुए बताया कि उमेश शराबी किस्म का था और फसल की रखवाली करते वक्त उसने ज्यादा शराब पी ली होगी और वह बेहोश होकर खेतों में ही गिर गया होगा जिसे जानवर खा गए जिससे उसकी मौत हो गई।