उझानी,(बदायूं)। बिना कागजी कार्रवाई के खोले गए अवैध नर्सिग होम में आशा वर्करों को गिफ्ट बांटने के बाद चिकित्साधिकारियों ने मजिस्टेªट की मौजूगी में शुक्रवार की शाम सील कर दिया। इस कार्रवाई के बाद अवैध अस्पताल संचालकों में हड़कम्प मचा हुआ है।
आज शाम तहसील सदर के प्रशासनिक अधिकारी प्रभाकर शर्मा और नायाब तहसीलदार अमित कुमार सिंह के साथ बरी बाइपास पहुंच कर आर के नर्सिग होम पर छापामारी की और अस्पताल संचालको से अस्पताल चलाने का लाईसंस मांगा मगर वह कोई भी कागज अधिकारियों को नही दिखा सके इसके बाद एसीएमओ ने चिकित्सा कर्मियों के साथ अवैध नर्सिग होम को सील कर दिया। यहां बताते चले कि बरी बाइपास पर एक नही कई अस्पताल संचालित है जो मरीज की जान के साथ खिलाबाड़ करते हैं। आर के नर्सिग कुछ दिन पहले ही शुरू हुआ था। नर्सिग होम के संचालको ने अपने कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए आश वर्करों की बैठक बुलाई और उन्हें कीमती गिफ्ट बांटे। जब आशा वर्करों को उपहार बांटने की चर्चा हुई तब विभागीय स्तर पर जांच की गई और आज इस अस्पताल को सील कर दिया गया। इस मौके पर क्षेत्रीय लेखपाल ओमेन्द्र शाक्य, डा. सनोज मिश्रा समेत तमाम सरकारी कर्मी मौजूद रहे। नर्सिंग होम सील होने से अवैध अस्पताल संचालकों में हड़कम्प मच गया है।