हाथरस। जिले के थाना सिकन्दराराऊ क्षेत्र में चल रहे भोले बाबा के सत्संग में समापन के दौरान अचानक भगदड़ मच गई जिसके चलते सौ से अधिक लोगों के मरने की संभावना है। हाथरस डीएम ने 60 मौतों की पुष्टि की है लेकिन यह आंकड़ा लगभग डेढ़ सौ तक जा सकता है। मरने वालो में सबसे अधिक महिलाएं शामिल है।
हाथरस जिले के सिकन्दराराऊ क्षेत्र के गांव रतीभानपुर में मानव मंगल मिलन समिति के तत्वावधान में भोले बाबा उर्फ नारायण हरि का सत्संग चल रहा था। मंगलवार को सत्संग का समापन था। इस दौरान लगभग 50 हजार से अधिक भोले बाबा के भक्त मौजूद थे। बताते हैं कि उमस भरी गर्मी के चलते बाबा के अनुनाईयों ने गर्मी से बचने के लिए जल्दबाजी में पांडाल से निकला शुरू किया कि अचानक से समारोह में भगदड़ मच गई और बड़ी संख्या में लोग विशेषकर महिलाएं एक दूसरे पर गिर कर दबते चले गए। बताते हैं कि जब भगदड़ थमी तब हाथरस का एक बड़ा हादसा सामने आया। भगदड के चलते सौ से अधिक लोग मौत का शिकार बन गए जबकि दो सौ से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है।
भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ की सूचना पर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और राहत कार्य को शुरू कराया। जिलाधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि भगदड़ में 60 लोगों के मरने की सूचना है वही यह आंकड़ा बढ़ सकता है। डीएम ने बताया कि घायलो का हाथरस समेत अन्य अस्पतालों में इलाज कराया जा रहा है। मरने वालों में सर्वाधिक दलित समाज की महिलाएं है।
पीएम को एटा पहुंचे 27 शव जिसमें 25 महिलाएं, दो पुरूष
सत्संग समारोह में भगदड़ के बाद मृतकों के शवों के पीएम की प्रक्रिया शुरू हो गई है। एटा के सीएमओ ने बताया कि अब तक 25 महिलाओं और दो पुरूषों के शव आ चुके है जिनका पीएम कराया जाएगा।
पीएम मोदी ने हादसे पर जताया दुख
पीएम मोदी ने लोकसभा में चर्चा के दौरान हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है।
सीएम योगी बुधवार को जाएंगे घटना स्थल पर, मुआवजे का ऐलान
प्रदेश के सीएम आदित्यनाथ योगी बुधवार को घटना स्थल का दौरा कर सकते है। श्री योगी ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मुआवजे के अलावा घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश अधिकारियों को दिए है। श्री योगी के निर्देश पर सरकार के मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण और संदीप सिंह मौके पर पहुंच कर घटनाक्रम की जानकारी ले रहे है।
आयोजकों पर हो सकती है विधिक कार्यवाही, अधिकारियों पर भी गाज गिरने की संभावनाएं
इतने बड़े आयोजन के बाद भी किसी भी हादसे की संभावनाओं के मद्देनजर व्यवस्थाएं दुरूस्त न रखने के लिए आयोजकों पर कार्यवाही हो सकती है। जिले में इतना बड़ा आयोजन हो रहा था और प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को खबर तक न थी और हादसा होने पर अधिकारी चेते। इसको लेकर अधिकारियों पर भी गाज गिरने की संभावना है।