बदायूं। अंग्रेजी प्रश्नपत्र के लीक प्रकरण में बलिया जनपद के तीन पत्रकारों की गिरफ्तारी के विरोध में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के बैनर तले पत्रकारों ने राज्यपाल के नाम संबोधित सात सूत्रीय ज्ञापन एडीएम ऋतु पूर्णिया को सौंपा। आक्रोशित पत्रकारों ने बलिया प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष संजीव सक्सेना के नेतृत्व में दिए गए ज्ञापन में बलिया जनपद के गिरफ्तार पत्रकारों के खिलाफ मुकदमा वापस कराने व बलिया के डीएम, एसपी समेत सम्बन्धित अधिकारियों के निलंबन की मांग प्रमुख है। इसके अलावा ज्ञापन में पत्रकार उत्पीड़न की घटनाओं पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने, मीडिया संस्थानों में कार्यरत पत्रकारों को शासन स्तर से सूचीबद्ध करने, उत्तर प्रदेश की प्रेस मान्यता नियमावली में संशोधन कर उसमें पत्रकारों की सुरक्षा के लिए उपबंध शामिल करने, प्रदेश में पत्रकार आयोग का गठन कर उसमें मान्यता प्राप्त सभी संगठनों को प्रतिनिधित्व देने व किसी प्रकारण में कथित रूप से संलिप्त पाए जाने की दशा मंे राजपत्रित अधिकारी स्तर से जांच के बाद ही पत्रकार की गिरफ्तारी करने की मांग की गईं हैं। इससे पहले आक्रोशित पत्रकारों ने बलिया डीएम व एसपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वरिष्ठ पत्रकार सुशील धींगड़ा ने कहा कि पत्रकारिता का गला घोंटने के प्रयास का पुरजोर विरोध किया जाएगा। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष संजीव सक्सेना ने कहा कि संगठन की ओर से आज प्रदेश के प्रत्येक जनपद में प्रदर्शन व ज्ञापन सौंपे गए हैं। जिला महामंत्री मुकेश वशिष्ठ ने कहा कि कलम के सिपाहियों का मुंह बंद करने व हाथ बांधने की कोशिश की जा रही है। ज्ञापन सौंपने वालों में संजीव सक्सेना, सुशील धींगड़ा, मो. नईम, मुकेश वशिष्ठ, आई एम खान, सुनील मिश्रा, भारत शर्मा, चितरंजन सिंह, आकाश सक्सेना, रवि शर्मा, शिवहरि मिश्रा, विनय मिश्रा, दुर्गेश सिंह आदि पत्रकार प्रमुखता से मौजूद रहे।