उझानी, (बदायूं)। कोतवाली क्षेत्र के गांव गंगोरा में विवाहिता की हत्या कर उसकी लाश को गायब करने के मामले में पुलिस ने आज नामजद सास और मौसा को गंगोरा मोड़ से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पूछताछ के बाद दोनों का चालान कर अदालत में पेश किया जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है। परिजनों ने विवाहिता की हत्या लगभग सात माह पूर्व कर दी थी और गांव में अफवाह फैला दी कि बहू किसी के साथ भाग गई है। विवाहिता की लाश आज तक नही मिल सकी है। इस मामले में पति समेत चार आरोपी अभी भी फरार हैं।
पुलिस को आज सूचना मिली कि गंगोरा विवाहिता की दहेज हत्या में नामजद सास रजनी उर्फ राजवती अपने नामजद बहनोई वेदप्रकाश के साथ बाइक से कही भागने के लिए गंगोरा मोड़ पर खड़े है। इस सूचना पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों को मौके से बंदी बना लिया और कोतवाली लाकर पूछताछ शुरू कर दी। बताते है कि पुलिस की सख्ती पर सास रजनी और मौसा वेदप्रकाश ने पूजा की हत्या कर शव को गंगा में बहाने की बात को स्वीकार कर लिया। पूजा की हत्या का खुलासा होने पर सीओ उझानी ने भी रजनी और वेदप्रकाश से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। सास रजनी ने बताया कि उसकी पुत्रवधू पूजा जिद्दी और झगड़ालू किस्म की लड़की थी जिससे परेशान होकर उसकी हत्या कर दी और लाश को गंगा में फेंक दिया। बताते है कि पुलिस ने गंगा में लाश को फेंके जाने के स्थान के बारे में जानकारी आरोेपियों से जुटाई है फिर भी पुलिस लाश को बरामद नही कर सकी है।
कोतवाली क्षेत्र के गांव अढ़ौली निवासी गंगा प्रसाद ने अपनी बेटी पूजा की शादी गांव गंगोरा निवासी सत्यवीर पुत्र राजकुमार के साथ तीन साल पहले की थी। शादी के बाद से ही पूजा को दहेज में बाइक लाने के लिए परेेशान किया जाता था। पूजा के पिता गंगा प्रसाद ने बताया कि पूजा के बेटी पैदा होने के बाद से उसे और ज्यादा तंग किया जाने लगा और लगभग सात माह पहले पूजा की हत्या पति समेत अन्य परिजनों ने रिश्तेदारों के साथ कर दी और उसकी लाश को गायब कर दिया। गंगा प्रसाद ने बताया कि ससुरालियों ने पूजा के किसी के साथ भाग जाने की अफवाह पूरे गांव में उड़ा दी थी। पिता गंगा प्रसाद ने बताया कि पूजा के भागने की बात से वह आहत हो गए और उन्होंने दिसम्बर 2020 को उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि जब उन्हें पता चला कि पूजा की हत्या परिजनों ने कर दी है तब वह पुलिस के पास गए और पूरी बात बताई और तहरीर देकर पति सत्यवीर, ससुर राजकुमार, सास रजनी उर्फ राजवती, रधुवीर, अनूप के अलावा मौसा वेदप्रकाश पुत्र मनोहर निवासी सगराय थाना मुजरिया तथा सत्यवीर के मामला निवासी बिनावर के खिलाफ दहेज हत्या का मामला इस वर्ष फरवरी में दर्ज कराया। बताते है कि मामला दर्ज होने के बाद से सभी आरोपी फरार हो गए। बताते है कि पूजा के पिता गंगा प्रसाद ने पुलिस ने उसकी बेटी को जिन्दा या मुर्दा तलाशने की गुहार लगाई लेकिन पुलिस उसे तलाश न कर सकी। पुलिस ने सास और मौसा का चालान कर अदालत में पेेश किया जहां से दोनों को जिला कारागार भेज दिया गया। इस मामले में नामजद पति समेत पांच आरोपी अभी भी फरार है जिनकी पुलिस ने तलाश शुरू कर दी है।
हत्या के वक्त ढाई माह की मासूम बेटी का ख्याल भी न किया
उझानी। बहू पूजा की हत्या के वक्त उसकी ढाई माह की एक मासूम बेटी थी लेकिन हत्यारों ने उस मासूम बेटी पर भी रहम नही किया और उसे मां के आंचल से जुदा कर दिया। अब उक्त मासूम अनाथ हो गई है।