उझानी,(बदायूं)। नगर के मौहल्ला बहादुरगंज में आज दोपहर आपसी विवाद में बीच बचाव करना एक पड़ोसी युवक को भारी पड़ गया। आपस में झगड़ रहे युवकों ने बीच बचाव करने युवक की जमकर पिटाई कर दी और दबंगई दिखाने के लिए हवाई फायरिंग की जिससे मौहल्ला में अफरा तफरी के साथ दहशत फैल गई। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। मुख्य आरोपी पर हत्या जैसे अभियोग चल रहे हैं। पुलिस जुआ खेलने को लेकर विवाद होना बता रही है।
नगर के बहादुरगंज मौहल्ला निवासी अर्जुन राठौर उर्फ अर्जुन पंडित का आज दोपहर अपने ही परिवार के मुनीश, महेश और सौरभ से विवाद हो रहा था। बताते है कि आपसी विवाद देख पड़ोस में रहने वाला टिंकू राठौर पुत्र राजेन्द्र राठौर मौके पर पहुंच गया और बीच बचाव करने लगा। बताते है कि आपस में झगड़ रहे युवक अपना विवाद तो भूल गए और टिंकू को पकड़ लिया। आरोपियों ने टिंकू की जमकर पिटाई कर दी इस बीच टिंकू किसी तरह से बच कर अपने घर में घुस गया। बताते है कि टिंकू के घर में घुस जाने के बाद अर्जुन पंडित ने अपने ही परिवार के युवकों के साथ टिंकू के घर पहुंचा और गाली गलौच करते हुए हवाई फायरिंग शुरू कर दी जिससे मौहल्ला में अफरा तफरी मचने के साथ दहशत फैल गई। बताते है कि इस वारदात से दहशत में आए टिंकू और उसकी मां ने पुलिस को सूचना दी। बताते है कि पुलिस ने मौके पर पहुंच कर पीड़ित परिवार से बात की। पुलिस ने घटनास्थल से कारतूस, खोखा आदि बरामद किए है। बताते है कि टिंकू की मां अपने पुत्र के साथ तहरीर देने कोतवाली पहुुंची लेकिन पुलिस ने टिंकू समेत तीन अन्य युवकों को हिरासत में ले लिया जिससे पीड़ित परिवार में पुलिस के प्रति रोष व्याप्त हो गया। पीड़ित परिवार का कहना है कि उसके बेटे समेत हमारे घर पर आरोपियों ने हमला किया था मगर पुलिस ने उसे पकड़ने के बजाय हमारे की बच्चों को हिरासत में ले लिया है। बताते है कि कुछ जागरूक लोगों द्वारा वास्तविकता बताने के बाद पुलिस ने पीड़ित पक्ष के युवको को छोड़ दिया और खुद को अर्जुन पंडित बताने वाले युवक की तलाश में छापामारी की लेकिन युवक मौके से भाग निकला। इस मामले में जानकारी करने पर प्रभारी निरीक्षक हरपाल बालियान ने बताया कि जुआ को लेकर विवाद हुआ था जिसमें एक फायर किया गया है। उन्होंने बताया कि तहरीर मिल गई है और अभियोग पंजीकृत कर आरोपियों की तलाश की जा रही है। बताते है कि फायरिंग करने वाले युवक पर हत्या जैसे गंभीर आरोप है और मामला न्यायालय में विचाराधीन है।