उझानी,(बदायूं)। बांके बिहारी कन्या पीजी महाविद्यालय के जिरौली में चल रहे एनएसएस शिविर के तीसरे दिन छात्राओं ने गांव के प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में फलीय एवं औषद्यिय पौधों का रोपण कर विद्यालय के प्रधानाध्याप से पौधों की देखभाल की शपथ दिलाई। इस अवसर पर छात्राओं ने घर-घर जाकर ग्रामीणों को वृक्षों की अहमियत बताई।
आज एनएसएस छात्राओं ने गांव जिरौली के प्राथमिक विद्यालय में पहुंच कर हर्रा, बहेड़ा, आंवला, बीजा, बेल, कपोक, करंज, कोसम, काला सिरस, काला जामुन, कदम, कचनार, कुसुम, महुआ, महुगनी, रिठा, शीशम, शिशु, बकायंन, भेलवा, बरगद, पीपल, पारस पीपल, गुलर, रक्त चन्दन, सफेद सीरस, चार, नीम, अंजन, अमरूद, अमलतास, अर्जुन, गुलर, आम के पौधों का रोपण किया और मौजूद ग्रामीणों को भी पौधारोपण के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी नवीन कुमार ने कहा कि वृक्ष जीवन का आधार होता हंै इसका मानव जीवन में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि वृक्षां से हमें इतनी बड़ी मात्रा में आक्सीजन प्राप्त होती है जो मानव के लिए उपयोगी है। उन्होंने कहा कि हमें स्वप्रेरणा से पौधरोपण के प्रति जागरूक होना चाहिए। जहां जंगल है वहां शुद्ध हवा, पानी के अलावा वृक्षों कंदमूल, फल फूल अनेक प्रकार के औषधियां वनोपज के रूप में प्राप्त होती है। इस मौके पर अंजु सक्सेना ने कहा कि हम सभी नागरिकों का नैतिक दायित्य है कि इन पौधों को संरक्षित एवं सुरक्षित रखें। इस अवसर पर मनोज कुमार ने कहा कि प्रकृति हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रकृति के अविवेकपूर्ण दोहन के कारण मौसम में परिर्वतन हो रहा है। कार्यक्रम का संचालन निशा ने किया।