बदायूं। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा अवगत कराया गया है कि जनपद की ग्रामसभा बमनोसी एवं उसके आस.पास के गांव मौसमपुर, बिरौतियां, भुड़िया, अल्लापुर चमारी, चेतू नगला, बोंदरी, सुर्खा आदि गाँव में निराश्रित बेसहारा गोंवश घूम.घूम कर फसल का नुकसान करते रहते थे। रात्रि भर किसान जागकर अपने खेतों की रखवाली किया करते थे। तत्कालीन ग्रामसभा प्रधान रीना यादव व उनके पति विद्यम सिंह ने अन्य ग्रामीणों के साथ मिलकर चन्दा इक्कठा कर एक गौशाला खोलने की योजना बनायी गयी जिससे निराश्रितध्छुट्टा गोवंश से फसल में होने वाले नुकसान से निजात मिल सके साथ ही गोवंश का भरण.पोषण समुचित तरीके से हो सके। योजना को मूर्ति रूप देने के दौरान ही सरकार द्वारा गौवंश संरक्षण की योजना शुरू कर दी गयी।
योजना का लाभ ध्यान में रखते हुये ग्रामसभा प्रधान द्वारा अपने ग्रामवासियों के सहयोग से वर्ष 2019 को हवन.पूजन एवं गो.पूजन के साथ 17 गोवंश एकत्रित कर अस्थायी छप्परध्पन्नी में संरक्षित किये गये। धीरे.धीरे उक्त अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल का टीन शेड, वाउण्ड्रीबाल, भूसा गोदाम, केयर टेकर रूम, समर्सेवल, चरही, पानी का टैंक एवं शौचालय का निर्माण ग्रामनिधि एवं मनरेगा से कराकर समस्त सुविधायुक्त पक्के गोवंश आश्रय स्थल का निर्माण कराया गया जिसमें उक्त समस्त गांव के 109 गोवंश संरक्षित किये गये जिनमें से 51 गोवंश सुपुर्दगी में दिये गये। गोवंश आश्रय स्थल की महत्ता को देखते हुये स्थानीय ग्रामवासियों द्वारा भूसा.दान गुड़.दान कर भरपूर सहयोग किया गया। गोवंश आश्रय स्थल पर गोक्लीनरए गोबर से लट्ठा बनाने का भी कार्य किया गया। इस समय ग्राम बमनोसी के 04 से 05 किमी की परिधि में कोई भी निराश्रित एवं बेसहारा गोवंश नजर नहीं आता है। कृषकों की फसल सुरक्षित हो रही है साथ ही रात्रि में रखवाली की आवश्यकता नहीं रही है। गोवंश आश्रय स्थल पर प्रतिवर्ष दीपोत्सव का आयोजन किया जाता है।