बदायूं। जिले के थाना बिसौली के गांव पैगा भीकमपुर में शनिवार को हुए पिकअप हादसे में घायल दो किसानों में से एक की इलाज को सैफई मेडीकल कालेज ले जाते वक्त रास्ते में मौत हो गई। किसान की मौत पर परिजन उसका शव वापस ले आए। पुलिस ने मृतक किसान के शव के पीएम कराने की तैयारी शुरू कर दी है। इधर काल का शिकार बने चारों किसानों के शवों का पीएम के बाद गांव के ही शमशान घाट पर रविवार की सुबह अंतिम संस्कार किया गया।
बिसौली-आंवला मार्ग के गांव पैगा भीकमपुर में शनिवार को तेज गति की पिकअप ने सड़क किनारे पीपल के पेड़ के नीचे गर्मी के ताप से बचने को बैठे आधा दर्जन किसानों को रौंद दिया था जिसमें धनपाल, ज्ञानचंद्र, रामप्रकाश और ब्रहमपाल की मौके पर ही मौत हो गई जबकि रामवीर और नेत्रपाल नामक किसान गंभीर रूप से घायल हो गए। बताते हैं कि दोनों घायलो को राजकीय मेडीकल कालेज इलाज को भेजा गया जहां नेत्रपाल की नाजुक हालत को देखते हुए डाक्टर ने उसे सैफई मेडीकल कालेज रैफर कर दिया था। बताते हैं कि परिजन आज तड़के उसे इलाज को सैफई ले जा रहे थे कि रास्ते में कासगंज जनपद में पहुुंचते ही उसकी मौत हो गई जिससे परिजनों में कोहराम मच गया और वह उसे वापस मेडीकल कालेज ले आढ। बताते हैं कि पांचवे किसान की मौत की सूचना पर पुलिस मेडीकल कालेज पहुंची और उसके शव को अपने कब्जें में लेकर पीएम को भेज दिया।
इधर हादसे में मारे गए चारों किसानों के शवों का पीएम रात में ही कराया गया था और शव परिजनों को सौंप दिए। परिजनों ने चारों किसानों का एक साथ गांव के शमशान घाट पर अंतिम संस्कार कर रविवार की सुबह किया। अब ग्रामीणों को नेत्रपाल के शव का पीएम का इंतजार है। नेत्रपाल के शव का भी गांव में ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। हादसे में पांच किसानों के मारे जाने पर पूरा गांव स्तब्ध है और गांव में चूल्हा तक नही जला है। इस घटना का सीएम योगी ने संज्ञान लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए है मगर अभी तक किसी मृतक को शासन प्रशासन की ओर से आर्थिक मदद नही मिल सकी है।