उझानी,(बदायूं)। लखीमपुर काण्ड के विरोध में और मुआवजा की मांग को लेकर भाकियू के रेल रोका आंदोलन का उझानी में कोई असर नही दिखाई दिया लेकिन पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिए जिससे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रेल रोको आंदोेलन के मद्देजनर जिलाधिकारी दीपारंजन और एसएसपी डा. ओपी सिंह नेे रेलवेे स्टेशन का निरीक्षण कर सीओ और एसडीएम से आंदोलन की जानकारी ली।
लखीमपुर काण्ड के विरोध और मुआवजा की मांग को लेकर सोेमवार को किसानों ने रेल रोको आंदोलन का ऐलान किया था जिसे नाकाम बनाने के लिए पुलिस ने रात से ही कमर कस ली। पुलिस ने भाकियू नेता गंगा सिंह शाक्य, चैधरी भागमल यादव और रामकुमार शर्मा को रात में नजरबंद रखा और सुबह अपनी हिरासत में लेकर कोतवाली में लाकर बैठा दिया। पुलिस ने रेलवे स्टेशन को छाबनी में तब्दील कर स्टेशन के चारों ओर भारी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात कर दिए ताकि कोई भी भाकियू कार्यकर्ता या किसान रेलवे स्टेेशन के अंदर प्रवेेश न कर सके। उझानी में रेल रोेको आंदोलन का कोई असर नही दिखा लेकिन पुलिस अपनी तरफ से ढिलाई नही बरतना चाहती थी। बताते है कि रेेलवे स्टेशन पर भारी संख्या में पुलिस को देख कर यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। रेल के समय से पूर्व स्टेशन पहुंचे यात्रियों को पुलिस कर्मियों ने स्टेशन के अंदर नही जाने दिया जिससे कई यात्री डर की वजह से बसों से यात्रा के लिए निकल गए। रेल रोको आंदोलन के मद्देजनर आज दोपहर में जिलाधिकारी दीपारंजन और एसएसपी डा. ओपी सिंह रेलवे स्टेशन पर पहुंचे जहां उन्होंने सीओ उझानी गजेन्द्र श्रोत्रिय, एसडीएम लाल बहादुर सिंह से आंदोलन के बारेे में जानकारी ली। जिलाधिकारी ने मौजूद पुलिस अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए ताकि रेल रोको आंदोलन न हो सकेे। इधर कछला में भी भाकियू कार्यकर्ताओं ने पुलिस की सख्ती चलते आंदोलन करने की जरूरत नही समझी और मुख्य बाजार में बैठक करने के बाद पुलिस को ज्ञापन सौंप कर आंदोलन की औपचारिता पूरी कर दी।