बदायूं। समाज कल्याण पिछड़ा वर्ग कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण विभागों द्वारा संचालित छात्रवृत्ति शुल्क प्रतिपूर्ति योजनान्तर्गत छात्रवृत्ति स्वीकृति प्रमाण पत्रों का वितरण सामरोह का आयोजन समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत छात्रवृत्ति स्वीकृत पत्र वितरण दिवस समारोह का आयोजन कलेक्ट्रेट स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में किया गया।
शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में नगर विकास राज्यमंत्री महेश चन्द्र गुप्ता, शेखूपुर विधायक धर्मेन्द्र शाक्य, जिलाधिकारी दीपा रंजन, जिला समाज कल्याण अधिकारी रामजनम, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी संतोष कुमार एवं अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी मु. रुहेल आज़म ने अनुसूचित जाति के 182 सामान्य वर्ग के 96 अन्य पिछड़ा वर्ग के 425 अल्पसंख्यक वर्ग के 57 कुल 760 विद्यार्थियों को 19,65,650 रुपए के छात्रवृत्ति स्वीकृति प्रमाण पत्र वितरित किए। उन्होंने बच्चों से पूछा कि वह भविष्य में क्या बनना चाहते हैं। नगर विकास राज्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा दी जा रही छात्रवृत्ति से विद्यार्थियों को पढ़ाई में आर्थिक मदद मिलेगी। विद्यार्थी अपना लक्ष्य निर्धारित कर अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाएं, दृढ़ संकल्प रखिए सफलता अवश्य मिलेगी। मन में जो भाव होगा मेहनत करके उसी में कामयाबी हासिल कर सकते हैं। सभी बच्चे मेहनत से पढ़ाई करें किसी भी प्रकार की दिक्कत आती है तो घबराए नहीं सरकार आपके साथ है। शेखूपुर विधायक ने कहा कि आज सरकारी स्कूलों की ड्रेस कांवेन्ट से भी अच्छी हो चुकी है। अब बच्चे थैलों में नहीं बल्कि स्कूल बैग में किताबों को लेकर स्कूल जाते हैं। यह सब सरकार बच्चों में शिक्षा के प्रति लगाव को लेकर उन्हें निःशुल्क उपलब्ध करा रही है इससे बच्चों का मनोबल बढ़ रहा है। सर्दियों में स्वेटर, जूता व मोजा भी देती है। इतना ही नहीं निर्धन व मेहनती बच्चों को आगे मदद के लिए छात्रवृत्ति भी उपलब्ध करा रही है। अब ड्रेस के लिए अभिभावकों के खाते में ड्रेस के लिए धनराशि भेजने की तैयारी की जा रही है जिससे पूरी धनराशि का लाभ छात्र को मिल सके। डीएम ने महात्मा गांधी की जयंती पर सभी बच्चों को स्वच्छता ही सेवा अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सभी बच्चे संकल्प लेकर शिक्षा ग्रहण करें तो भविष्य में सफलता अवश्य मिलेगी। गांधी जी के बताए हुए विचारों को अपनाकर देश को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत स्वच्छता ही सेवा को बढ़ाने के लिए सभी बच्चे अपने.अपने घरों को साफ सुथरा एवं सुंदर रखें तथा पड़ोसियों को भी प्रेरित करें। सभी के घरों में कूड़ा दान होना चाहिए।