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बदायूं पहुंचे सपा प्रत्याशी शिवपाल लगाया अटकलों पर विराम, भाजपा प्रत्याशी को लेकर अटकलों का दौर जारी

बदायूं। बदायूं लोकसभा सीट से सपा ने राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव को धर्मेन्द्र के स्थान पर प्रत्याशी बनाया है। पिछले कई दिनों से पुनः धर्मेन्द्र यादव या शिवपाल के पुत्र आदित्य यादव को प्रत्याशी बनाने को लेकर अटकलों का दौर चल रहा था जिस पर गुरूवार को बदायूं पहंुचे सपा प्रत्याशी ने विराम लगा दिया है वही भाजपा की दूसरी लिस्ट जारी हो गई जिसमें बदायूं का नाम गायब था जिससे बदायूं सीट से भाजपा प्रत्याशी को लेकर राजनैतिक स्तर पर कयासों का दौर शुरू हो गया है।

वर्ष 2019 में करारी हार का सामना करने वाली सपा ने बदायूं सीट से दो बार सांसद रहे धर्मेन्द्र यादव को अपना प्रत्याशी घोषित किया था मगर पार्टी की अंतरकलह को देखते हुए पार्टी ने धर्मेन्द्र के स्थान पर राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। बताते हैं कि प्रत्याशी घोषित होने के बाद से शिवपाल बदायूं नही पहुंचे तब एक बार फिर से अटकलों का दौर शुरू हो गया कि शिवपाल न ही धर्मेन्द्र यादव ही बदायूं सीट से पार्टी के प्रत्याशी होंगे तो कभी चर्चा चलती कि शिवपाल के पुत्र आदित्य यादव बदायूं से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। गुरूवार को इटावा से चलकर कासगंज से बदायूं पहुंचे शिवपाल ने सपा को लेकर चल रही अटकलों को पूरी तरह से समाप्त कर दिया है।

सपा प्रत्याशी के बदायूं आने से अब यह स्पष्ट हो गया है कि शिवपाल सिंह बदायूं से चुनाव लड़ंेगे। शिवपाल बदायूं सीट से कामयाब होंगे या फिर मोदी की आंधी में हवा हो जाएंगे यह भविष्य के गर्त में है लेकिन कहा जा रहा हैं कि शिवपाल चुनाव जीतने के लिए जी जान लड़ा देंगे। राजनैतिक रूप से चर्चा हैं कि बदायूं से सांसद रहे धर्मेन्द्र यादव को पार्टी समेत जनता में एक बड़ा वर्ग पसंद करता है और वह धर्मेन्द्र यादव के लिए इस चुनाव में उन्हें जिताने के लिए जी जान लड़ा देता मगर शिवपाल के आने से धर्मेन्द्र समर्थक सपा प्रत्याशी को कितना महत्व देता है यह देखने वाली बात होगी।

दूसरी ओर भाजपा ने अभी तक बदायूं सीट से किसी भी प्रत्याशी की घोषणा नही की है। पार्टी के नेता और जनता को भाजपा की दूसरी लिस्ट से आस थी कि बदायूं सीट पर कौन सा नेता सांसदी के लिए भाग्य आजमाएगा मगर भाजपा ने दूसरी लिस्ट तो जारी कर दी लेकिन उससे बदायूं का नही था। बदायूं सीट से अभी तक भाजपा प्रत्याशी घोषित न होने के चलते तमाम क्षेत्रीय नेताओं के समर्थक अपने तरीके से अपने नेता का टिकिट फाइनल बता कर सोशल मीडिया पर हवा बनाने में लगे हुए है वही वर्तमान सांसद संघमित्रा और केन्द्रीय मंत्री बीएल वर्मा टिकिट मिलने की आस मंे क्षेत्र में लगातार भ्रमण कर जनता को मोदी सरकार की गारंटी और योजनाओं का प्रचार प्रसार कर जन सम्पर्क करने में लगे हुए है। दूसरी ओर भाजपा प्रत्याशी को लेकर हो रही चर्चाओं को माने तब बदायूं सीट पर भाजपा हाईकमान कोई रिस्क नही लेना चाहता है। भाजपा ऐसे प्रत्याशी की तलाश में है जो वर्ष 2019 के चुनाव की जीत से अधिक मतों से जीत हासिल कर संसद में पहुंचे। कयास लगाया जा रहा है इस बार भी बदायूं सीट से कोई बाहरी प्रत्याशी अपना भाग्य आजमाएगा।

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