उझानी,(बदायूं)। नगर के मानिकपुर रोड स्थित मस्जिद से तिरंगा यात्रा निकाल रहे मदरसे के बच्चों एवं इमाम को मौहल्लें के ही नामजद बाप-बेटों ने इसे नई परम्परा बता कर तिरंगा यात्रा निकालने से रोक दिया। इमाम के विरोध करने पर नामजदों ने इमाम पर हमलावर होते हुए ईंट मारने के बाद लाठी डंडे सीधे कर लिए। मौके पर मौजूद लोगों ने इमाम को नामजदों से किसी तरह से बचाया। इमाम की सूचना पर पहुंची पुलिस ने हमलावरों की तलाश की मगर वह न मिल सके। इमाम ने चार बाप-बेटों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है जिस पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
आजादी के 75 वें वर्ष में मनाए जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए मानकपुर रोड स्थित मस्जिद ए उमर और मदरसा के इमाम मो. रिजवान व बच्चें ध्वजा रोहण के उपरांत आज सुबह तिरंगा यात्रा निकालने की तैयारी कर रहे थे इसी दौरान मौहल्लें का ही फरियाद पुत्र मखदूम शाह अपने पुत्रों महताब, आफताब और शादाब के साथ मदरसा पहुंचा और इमाम रिजवान से बोला कि जश्ने आजादी पर तिरंगा यात्रा एक नई परम्परा है जिसे तुम नही निकाल सकते हो। तहरीर के अनुसार जब इमाम रिजवान ने आरोपियों से कहा कि वह भी तिरंगा यात्रा में शामिल होकर जश्ने आजादी मनाएं इस पर चारों बाप-बेटा खफा हो गए और इमाम पर ईंट से हमला कर दिया जिसमें वह बाल-बाल बच गए, इसके बाद नामजदों ने इमाम पर लाठी डंडे सीधे कर लिए लेकिन हमला करने से पूर्व मौजूद लोगों ने किसी तरह से इमाम को बचाया। तिरंगा यात्रा पर हमला की सूचना इमाम ने पुलिस को दी जिस पर पीआरवी वैन पुलिस समेत कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई और जांच पड़ताल की। पुलिस ने इमाम से जानकारी के बाद नामजद बाप-बेटों को उनके घर पर तलाशा लेकिन वह घर पर नही मिले। इमाम ने चारों बाप-बेटों के खिलाफ तहरीर देते हुए फरियाद को गुण्डा किस्म का जिला बदर बताया और उससे अपनी जान-माल का खतरा भी पुलिस को बताया है। तिरंगा यात्रा न निकलने और इमाम पर हमले की जानकारी पुलिस से करनी चाही लेकिन सरकारी नम्बर न लग पाने के कारण पुलिस का पक्ष नही मिल पाया और न ही यह जानकारी हो सकी कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत किया है या नही।