उझानी

बरसात के बीच कोहरें की घनी चादर से ढका उझानी, सर्द हवाओं से कांपा जनमानस

उझानी,(बदायूं)। पिछले तीन दिनों से चल रही तेज सर्द हवाओं और मौसम के बदलते मिजाज के बाद रविवार की दोपहर से बरसात शुरू होने के साथ कोहरे की घनी चादर से उझानी ढक गया। सर्द हवाओ के चलते ठंड से जनमानस कांप उठा जिससे जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। मौसम के बदलते मिजाज से आम आदमी हैरान और परेशान हो गया है।

गत गुरूवार से चल रही तेज सर्द हवाओं से ठिठुर रहा जनमानस रविवार की दोपहर से बरसात शुरू होने और इस दौरान कोहरें की घनी चादर फैलने से ठिठुरन भरी ठंड से कांप उठा है। ठंड के सितम से क्या बच्चा, क्या बुजुर्ग और युवा कोई भी बच न सका है। बरसात और ठंड के मिलन से प्रत्येक व्यक्ति खुद को सुरक्षित करने में लगा हुआ है। मजदूर और गरीब वर्ग आग से ताप कर और मध्य व अमीर वर्ग घरों के अंदर दुबक कर ठंड से बचने के प्रयास में लग गया है। ठंड के चलते बाजारों में सन्नाटा पसर गया है और दुकानदार ठिठुरते हुुए हाथ पर हाथ धरे ग्राहकों का इंतजार कर रहा है वही बरसात होने से मजदूरों को काम न मिल पाने के कारण उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खुले आसमान के नीचे जीवन बसर कर रहे बेघरों और बेसाहराओं को प्रशासनिक मदद न मिल पाने के कारण वह ठंड और बरसात से बचने के लिए इधर उधर भटकने को मजबूर है। जागरूक नागरिकों का कहना है कि प्रशासन और नगर पालिका प्रशासन को गरीबों एवं बेघर, बेसाहराओं को ठंड एवं बरसात से बचाने के लिए अलाव समेत रैन बसेराओं की व्यवस्था करनी चाहिए। इसके अलावा गौवंशीय पशुओं समेत अन्य पशु पक्षी ठंड और बरसात से बेहाल हैं।

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