बदायूं। होलिका पर्व से पूर्व आर्य समाज की और से शहर में कई स्थानों पर यघ का आयोजन करके निष्काम सेवा कार्य किया गया। इस मौके पर आचार्यों ने कहा की हवन पूजन से सात्विक विचारों का उदय और पर्यावरण को शुद्धता प्रदान होती है
गौरतलब हो कि होली उत्सव के क्रम में गुरूवार को आर्य समाज के तत्वाधान में जगह-जगह सपन्न हुए यज्ञ आयोजन की श्रंृखला में शहर के सुभाष चैक पर सेवानिवृत डा. ज्ञानेंद्र जिज्ञासु पुत्र स्व.राजाराम जिज्ञासु के नेत्रत्व में हुए यज्ञ आायोजन के तहत वक्ताओं ने हवं के महत्व को विस्तार समझाया। इसी प्रकार मधुवन कालौनी में आर्य समाज के कैम्प कार्यालय पर यज्ञीय आयोजन किया गया था। इस मौके पर उपस्थित विवेक जौहरी,हरिओम वर्मा संग अन्य सनातन धर्म प्रेमियों ने आयोजन में शामिल होकर पुण्यलाभ अर्जित किया। गुरूवार को ही शहर के आर्य समाज विद्यापीठ पुरम में होली और पूर्णिमा के मौके पर विशिष्ठ हवं सामिग्री से आहूतियां देकर वातावरण की शुद्धता को सार्थक कदम उठाया गया था। हालांकि विद्यापीठ पुरम में यह यज्ञ आयोजन प्रतिदिन प्रातः और साप्ताहिक होता है, लेकिन गुरूवार को विशेष पर्व और पूर्णिमा तिथि पर भी यह सार्वजनिक आयोजन हुआ जिसमे अपार जनसमूह ने आहूतियां डालीं। इस धार्मिक आयोजन में आचार्य स्वामी वेदव्रतानंद,आचार्य वेदभानु आर्य,आचार्य वेदवीर, आचार्य वेदमित्र आर्य,मुनमुन गुप्ता,अंकिता,लक्ष्मीदेवी,रामबेटी आर्य,मुनीश कुमार आर्य,ब्रहमचारी वेदार्थ,वेदान्त,हर्ष आर्य,वेदांश एवं ब्रहमचारी बेदार्श आदि की उपस्थित रहे।