उझानी

बसौमा में ग्रामीण की गोली मार कर हत्या, परिजनों ने गांव के ही दो लोगों पर लगाया हत्या का आरोेप

Up Namaste

उझानी, (बदायूं) । कोतवाली क्षेत्र के गांव बसौमा में आज सुबह घर से टहलने निकले एक ग्रामीण का गोेली लगा शव शाम को मिलने से सनसनी फैल गई। ग्रामीण की लाश मिलने की सूचना पर परिजन रोते बिलखतेे मौके पर पहुंच गए और उन्होंने पुलिस को सूचना दी। परिजनों ने गांव के ही दो युवकों पर हत्या कर शव खेत में फेंक देने का आरोप लगाया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जें में लेने के बाद उसे पीएम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने मौके से एक तमंचा बरामद किया है।

कोतवाली क्षेत्र के गांव बसौमा निवासी 50 वर्षीय रामदयाल पुत्र सुन्दर लाल मंगलवार की सुबह लगभग पांच बजे अपनेे घर से टहलने के लिए निकला था लेकिन वह फिर अपने घर वापस नही पहुंच सका। बताते है कि सुबह दस बजे तक जब रामदयाल अपने घर नही पहुंचा तब परिजन कोतवाली आए और पुलिस को उसके लापता होने की सूचना दी लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नही लिया। बताते है कि आज शाम को लगभग साढ़े बजेे गांव के समीप ही जंगल में तालाब किनारे प्रताप सोलंकी के खेत में रामदयाल का गोली लगा शव गांव के बच्चों ने देखा तो उन्होंने शोर मचा कर ग्रामीणों को बताया। बताते है कि जब गांव में चर्चा हुई तो रामदयाल के परिजन मौके पर पहुंच गए। मौक पर रामदयाल का गोली लगा शव देख कर परिजनों के होेश उड़ गए और उन्होंने पुलिस को सूचना दी। बताते है कि ग्रामीण की हत्या की सूचना पर सीओ उझानी गजेन्द्र श्रोत्रिय समेत कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई और घटना स्थल का निरीक्षण करने के साथ साथ ग्रामीणों और परिजनोें से घटनाक्रम की जानकारी हासिल की। पुलिस ने इस दौरान घटना स्थल से 315 बोर का तमंचा भी बरामद किया है। बताते है कि रामदयाल के दाहिने ओर सीने में गोली लगी है और अनुमान लगाया जा रहा है कि जब रामदयाल अपने घर से निकला तभी उसे कोई पकड़ कर ले गया और उसकी हत्या करने के बाद उसका शव खेत में फेंक दिया साथ ही तमंचा भी उसकी लाश के पास फेंक दिया। मृतक के पुत्र का आरोप है कि उसके पिता की हत्या गांव के ही मुकेश साहू और इन्द्रपाल नामक युवकों ने की है। बताते है कि हत्यारोपी दोनों युवक गांव से फरार हो गए हैं। इस मामले में जानकारी करने पर सीओ उझानी गजेन्द्र श्रोत्रिय ने बताया कि मृतक से अभी तहरीर नही मिली है और न ही इस घटनाक्रम में किसी रंजिश आदि का खुलासा हुआ है। श्री श्रोत्रिय ने बताया कि पुलिस ने हत्या की जांच शुरू कर दी है। इधर इंस्पेक्टर अजय चाहर ने बताया कि मृतक ब्लाक में किसी एडीओ पंचायत के सहायक के रूप में काम करता था।

लापता की तहरीर देने गए परिजनों को एक दरोगा ने थाने से भगाया
उझानी। मंगलवार की सुबह घर से टहलने कोे निकला रामदयाल जब सुबह दस बजे तक अपने घर न लौटा तब परिजनों को चिंता हुई और वह उसके लापता होने की तहरीर लेकर कोतवाली गए। मृतक के बेटेे का आरोप है कि थाने में दरोगा लोकेन्द्र भाटी ने उनसे तहरीर लेने से मना कर दिया और कहा कि ऐसे तो लोग घूमने निकल जाते है। आरोप है कि परिजनों को दरोगा ने कोतवाली से डांट कर भगा दिया। इस मामले में जानकारी करने पर सीओ गजेन्द्र श्रोत्रिय ने बताया कि गुमशुदगी की तहरीर मिल गई थी लेकिन अगर परिजन कोई आरोप लगा रहे है तो उसकी भी जांच की जाएगी।

27 जुलाई को रामदयाल पर गांव लौटते वक्त हुआ था जानलेवा हमला, बाल- बाल बचा था
उझानी। बसौमा निवासी रामदयाल पर गत 27 जुलाई की रात कोे बसौमा रेलवे फाटक पर उझानी से वापस गांव लौटते वक्त जानलेवा हमला भी हो चुका है जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। बताते है कि परिजनों ने रामदयाल का अच्छे अस्पताल में इलाज कराया था जिससे वह बच गया। इस जानलेवा हमलें में रामदयाल ने गांव के ही मुकेश साहू आदि पर आरोप लगाया था और पुलिस को तहरीर लेकिन उस वक्त पुलिस ने उसकी रिपोर्ट दर्ज नही की थी। बताते है कि रामदयाल जानलेवा हमले के बाद एसएसपी से मिला तब उनके आदेश पर पुलिस ने उसकी रिपोर्ट दर्ज की थी।

Up Namaste

Leave a Reply

error: Content is protected !!