उझानी,(बदायूं)। कादरचैक ब्लाक क्षेत्र के गांव बमनौसी में बीते दिन एक ग्रामीण 45 साल के बाद जिन्दा अपने घर लौटा तो ग्रामीण सहज विश्वास न कर सके। जब ग्रामीण अपने पुराने साथियों के अलावा अपने परिजनों के बारे में बताया तब ग्रामीण हैरान रह गए। वापस लौट ग्रामीण को राजस्व विभाग मृत घोषित कर चुका है।
बीते दिन गांव बमनौसी में एक बाबा सा लगने वाला 63 वर्षीय ग्रामीण पहुंचा और गांव निवासी थान सिंह के घर पर पहुंचा और खुद को उनका बेटा बताने लगा। उक्त व्यक्ति की बात सुन कर ग्रामीण और परिजन हैरान रह गए। उक्त व्यक्ति ने अपना नाम भीकम यादव बताते हुए कहा कि वह 18 साल की उम्र में अपने परिजनों के साथ जाहरपीर बाबा के दर्शन करने राजस्थान प्रदेश के बांगर गया था जहां वह अपने परिजनों से विछड़ गया। उसका कहना है कि राजस्थान में कुछ लोगों ने उसे गुमराह कर दिया और तब से वह वही रह कर मेहनत मजदूरी कर अपना जीवन यापन करने लगा। इधर भीकम यादव के लापता होने पर परिजनों ने उसकी काफी खोजबीन की मगर वह न मिला तब परिजनों ने राजस्व विभाग को पत्र लिखा और इसके बाद राजस्व विभाग ने नियमानुसार उसे मृत घोषित कर दिया। भीकम की एक पुत्री रामबाला थी जिसका विवाह परिजनों ने कर दिया और भीकम की सम्पत्ति भी उसी नाम कर दी। भीकम के 45 साल बाद जिन्दा लौटने पर ग्रामीण उस पर सहज विश्वास नही कर पा रहे थेे तब ग्रामीणों ने उससे अनसुलझे सवाल पूछे जिसका उसने सही उत्तर दिया। ग्रामीणों ने जब पूछा इतने साल बाद क्यों लौटा है तब वह बोला कि उसे अपने घर की याद आ रही थी जिससे वह वापस लौट आया। ग्रामीणों ने उससे उसके साथियों के बारे में पूछा जिस पर उसने सभी के नाम बताए। फिलहाल भीकम अपने परिवार के साथ है और छह माह पूर्व हुई अपने भाई की मौत पर वह गमगीन नजर आया। भीकम को देखने वाले ग्रामीणों की भीड़ लगी रही।