उझानी,(बदायूं)। नगर के समीपवर्ती गांव छतुईया स्थित कस्तूबा गांधी आवासीय विद्यालय की वार्डन ने बीती आधी रात कुछ बच्चों को उनके कमरे से निकाल कर बाहर खड़ा कर दिया। बच्चें वार्डन द्वारा कराए जाने वाले निजी कामों का विरोध करते थे। आधी रात बच्चों की चीख पुकार पर जागी दूसरी टीचर ने आश्रय दिया। आज सुबह शिकायत मिलने पर पुलिस ने स्कूल में पहुंच कर बच्चों समेत वार्डन से बात की और भविष्य ने ऐसा न करने को भी कहा।
गांव छतुईया स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाली कक्षा सात और आठ की छात्राएं खुशी पुत्री सत्यभान, शिवानी पुत्री पुत्तुलाल, मीना पुत्री प्रेमपाल, आरती पुत्री वीरपाल, मुनमुन पुत्री मनोज शर्मा समेत कई छात्राओं का आरोप है कि वार्डन ममता यादव उनसे अपने निजी काम कराती है साथ ही आए दिन परेशान करती रहती है। छात्राओं का आरोेप है कि वार्डन बिजली चले जाने पर उनसे हवा आदि कराती है साथ ही स्कूल के काम भी उनसे करवाती है। छात्राओं का कहना है कि जब वह वार्डन ममता यादव का विरोध करती है तो वह और ज्यादा परेशान करने लगती है। छात्राओं का कहना है कि बीती आधी रात वार्डन ममता यादव ने उन्हें उनके कमरे से निकाल कर बाहर खड़ा कर दिया। बताते है कि छात्राओं की चीख पुुकार पर अन्य टीचर जाग गई और उनमें से चारू नामक शिक्षका ने छात्राओं को अपने कमरें मंे बुला कर सुलाया। आज सुबह जब छात्राओं के परिजनों को वार्डन की हरकत की जानकारी हुई तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी तब पुलिस ने मौके पर पहुंच कर वार्डन समेत छात्राओं से बात की। वार्डन ममता यादव ने पुलिस को बताया कि छात्राएं विद्यालय में रह कर पढ़ने के बजाय अपने घर जाने की जिद करती रहती है और मना करने पर अपनी मनमानी पर उतर आती है। पुुलिस ने दोनों पक्षों की सुुनने के बाद भविष्य में गलती न दोहराने की हिदायत दी।