उझानी, (बदायूं) । नगर के लिंक रोड पंजाबी कालोनी स्थित एक निजी अस्पताल में आपरेेशन कराने के बाद हालत बिगड़ने के बाद बरेली रैफर हुई महिला की मौत के बाद परिजनों ने लाश के साथ जाम लगाने के साथ अस्पताल में जमकर हंगामा काटा और डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। हंगामा और जाम की सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझाबुझा कर सड़क से हटाया। हंगामेें के दौरान अफरा तफरी की स्थिति बनी रही।
बिल्सी थाना क्षेत्र के गांव हैवतपुर निवासी जुबैदा पत्नी रोशन अली को उसके परिजनों ने पित्त की थैली में पथरी होने के कारण आपरेशन के लिए लिंक रोड स्थित संजीवनी अस्पताल में गत 24 सितम्बर को भर्ती कराया। बताते है कि बीते दिन अस्पताल संचालक डाक्टर आर के अरोरा ने महिला का आपरेशन कर दिया। बताते है कि आपरेेशन करने के बाद सोमवार को महिला की हालत बिगड़ गई तब डा. अरोरा ने अपने हाथ खड़े कर दिए और परिजनों से महिला को इलाज के लिए बरेली ले जाने को कह दिया। डा. अरोरा के अचानक हाथ खड़ा कर देने से परिजन नाराज हो गए और उन्होंने सोमवार की शाम जमकर हंगामा काटा। महिला के बेटेे ने आरोप लगाया कि डाक्टर ने गलत तरीके से आपरेशन कर दिया जिससे उसकी मां की हालत बिगड़ गई। बताते है कि हंगामें की सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई और उसने डाक्टर व मरीज के परिजनों से बात की। बताते है कि शाम के वक्त डाक्टर ने परिजनों से कहा कि वह महिला को इलाज के लिए बरेली ले जाए और जो भी खर्चा होगा वह दे देगा। बताते है कि डाक्टर की बातों मंे आकर परिजन महिला को गंभीर हालत में बरेेली इलाज के लिए ले गए जहां मंगलवार की सुबह आठ बजे महिला ने दम तोड़ दिया। बताते है कि महिला की मौत से नाराज परिजन आज दोपहर लाश लेकर संजीवनी अस्पताल पहुंच गए और हंगामा काटना शुरू कर दिया। बताते है कि परिजनों ने लिंक रोड पर जाम लगा दिया और डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगेे। बताते है कि जाम और हंगामा की सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई और परिजनों को समझाबुझा कर सड़क से हटाया। पुलिस ने परिजनों से बात की तब परिजनों ने डाक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। परिजनों का कहना है कि डाक्टर के इलाज में बरती गई लाहपरवाही की वजह से महिला मरीज की मौत हुई है। बताते है कि चार घंटे तक जमकर हंगामा चला लेकिन बाद में परिजनों से डाक्टर के मध्यस्थों ने बात की और समझौते को मना लिया। समझौते की बात पर माने परिजनों ने पुलिस से महिला के शव का पीएम कराने से इंकार कर दिया। बताते है कि देर शाम तक दोनों पक्षों में समझौता की प्रक्रिया चलती रही और परिजन कोतवाली में डटे हुए थे।