बिल्सी

साहित्यकारों ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस

बिल्सी,(बदायूं)। कवि विष्णु असावा के आवास पर हिन्दी सेवी पंचायत के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया गया जिसमें सभी साहित्यकारों ने हिन्दी भाषा को लेकर अपने.अपने विचार रखे।

अन्तर्राष्ट्रीय दिवस मनाने जुटे साहित्यकारों ने सबसे ज्ञान की देवी मां सरस्वती के चित्र पर माल्यर्पण किया। इसके विष्णु असावा ने कहा कि दुनिया में दूसरी लोकप्रिय भाषा के रूप में हिंदी को जाना जाता है। दुनिया में अगले 40 साल में चार हजार से अधिक भाषाओं के खत्म होने का खतरा मंडरा रहा है। भारत विविध संस्कृति और भाषा का देश रहा है। 1961 की जनगणना के मुताबिक भारत में 1652 भाषाएं बोली जाती हैं। भारत में फिलहाल 1365 मातृभाषाएं हैं। जिनका क्षेत्रीय आधार अलग.अलग है। अन्य मातृभाषी लोगों के बीच भी हिंदी दूसरी भाषा के रूप में लोकप्रिय है। उन्होने कहा कि विश्व भर में 21 फरवरी को इस दिवस को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य दुनिया भर में अपनी भाषा.संस्कृत के प्रति लोगों में रुझान पैदा करना और जागरुकता फैलाना है।

Leave a Reply

error: Content is protected !!