उझानी

योगी 2.0 सरकार की बलिहारी उझानी में बिजली की मारामारी, जनता बेहाल, फसलें सूख कर हुई छुआरा

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उझानी,(बदायूं)। योगी सरकार की दूसरी पारी की शुरूआत में ही बिजली की समस्या सिर चढ़ कर बोलने लगी है। आलम यह है कि आधा घंटा बिजली सप्लाई मिलने के बाद कई घंटों को बिजली गायब हो जाती है जिससे भीषण गर्मी में जनता का हाल-बेहाल हो गया है वही ग्रामीण क्षेत्रों के खेतों में खड़ी फसल के लिए पानी न मिलने के कारण फसलें सूख कर छुआरा होती जा रही हैं। बिजली कटौती कब तक सही होगी यह बताने के बजाय अधिकारी कह रहे हैं कि ऊपर से रोस्टिंग है।

सीएम आदित्यनाथ योगी सरकार की दूसरी पारी का एक माह पूरा होते ही उझानी क्षेत्र से बिजली की सप्लाई भी गायब हो गई। शुरू के दो दिनों तक नागरिक यह समझते रहे कि कोई तकनीकि फाल्ट से बिजली नही मिल रही है लेकिन अब कई दिन बीत जाने पर जनता समझ गई है कि योगी 2.0 सरकार में बिजली की स्थिति वर्ष 2007 जैसी हो गई हैे जब जनता बिजली सप्लाई का दिन और रात इंतजार करती रहती थी वही स्थिति 2022 में भी हो गई है। उझानी क्षेत्र में बिजली सप्लाई की स्थिति यह है कि 15 से 30 मिनट बिजली के दर्शन होते हैं और फिर घंटों की कटौती से नागरिक जूझते रहते हैं। बिजली न मिलने पर भीषण गर्मी में आम आदमी उमस से बचने के लिए जद्दोजहद कर रहा है लेकिन फिलहाल उसे कोई राहत नही मिलती दिख रही है। बिजली की अंधाधुंध कटौती के चलते नागरिकों के समक्ष पेयजल की बड़ी किल्लत सामने आने लगी है वही छोटे उधोग धंधे बंद होने की कगार पर है जिससे खाद्य पदार्थ की महंगाई भी बढ़ने लगी है। अचानक घंटों की कटौती क्यों की गई है? इसका जबाब बिजली अधिकारियों के पास नही है। ग्रामीण क्षेत्रों मंे बिजली सप्लाई का बहुत बुरा हाल है। ग्रामीण तो भीषण गर्मी में जैसे तैसे अपना जीवन काट रहे है लेकिन खेतों में खड़ी मक्का, मैंथा आयल, मूंगफली समेत अन्य फसलें बिजली न मिलने के कारण सिंचित नही हो पा रही है। पानी न मिलने के कारण खेतों में खड़ी फसलें सूख कर छुआरा होती जा रही है। कादरचैक ब्लाक क्षेत्र में भी यही स्थिति बनी हुई है। बिजली न मिलने पर ग्रामीण कहने लगे है कि उन्होंने भाजपा को वोट देकर ही गलती कर दी है। क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि अगर बिजली की यही स्थिति रही तो भाजपा सरकार और अन्य सरकारों में कोई फर्क नही रहेगा।

विधायक आराम कर रहे है?
उझानी क्षेत्र में अंधाधुंध हो रही बिजली कटौती के संदर्भ में बिल्सी विधायक हरीश शाक्य का पक्ष लेने के लिए फोन पर सम्पर्क साधा गया फोन उठा मगर आवाज आई कि विधायक आराम कर रहे हैं आधा घंटे बाद उठेंगे तभी बात कर लेना। आधा घंटे बात फोेन किया तो विधायक ने रिसीव करने की जरूरत नही समझी। जनता के वोटों से जीत कर विधायक बने हरीश शाक्य अब जनता की समस्याओं और दर्द को भूल कर ऐश का जीवन काटने लगे हैं।

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