उझानी, (बदायूं) । कोतवाली पुलिस ने एक युवक की गैर इरादतन हत्या और उसके शव को छिपाने के आरोपी एक ग्रामीण को आज बरी बाइपास से बंदी बनाने के बाद उसका चालान कर अदालत में पेश किया जहां से उसेे जेल भेज दिया गया है।
पुलिस द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि तीस मई से लापता युवक की लाश मक्का के खेेत में सड़ी गली हालत मंे मिलने के बाद गांव भवानीपुर निवासी धर्मसिंह और उसके पुत्रों पर परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया था जिस पर पुलिस ने उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का अभियोग पंजीकृत किया था। पुलिस ने बताया कि आज मुखबिर ने सूचना दी कि युवक का हत्यारोपी ग्रामीण धर्मसिंह कही भागने की फिराक में बरी बाइपास पर खड़ा है जिस पर पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच कर उसे बंदी बना लिया और कोतवाली ले आई। कोतवाली में पुलिस पूछताछ में धर्म सिंह ने बताया कि वह गांव भवानीपुर का निवासी है और खेत में घुसने वाले आवारा पशुओं से परेशान था जिस पर उसने खेत के चारों ओर बिजली के तार लगा कर रात में करंट छोड़ देता था। उसने बताया कि गत तीस मई को गांव के ही युवक वीरेेन्द्र उर्फ ओेमवीर पुत्र पातीराम रात के वक्त किसी तरह से खेत के पास पहुंच गया और करंट की चपेट में आकर मौत का शिकार बन गया। आरोेपी ने पुलिस को बताया कि जब वह सुबह अपने खेेत पर पहुंचा तब ओमवीर की लाश देख वह घबरा गया और उसने अपने पुत्रों की मदद से लाश को हजरतगंज इलाके में श्रीपाल के मक्का केे खेत में लाश छिपा दी। इंस्पेक्टर विशाल प्रताप सिंह ने बताया कि हत्यारोपी धर्मसिंह का चालान कर अदालत में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। इंस्पेक्टर ने बताया कि फरार चल रहे नामजद पुत्रों की पुलिस ने तलाश शुरू कर दी है। यहां बताते चले कि गांव भवानीपुर निवासी वीरेेन्द्र उर्फ ओमवीर नामक युवक गत तीस मई की रात से अचानक गायब हो गया था। वीरेेन्द्र की लाश 12 दिन बाद हजरतगंज इलाके में श्रीपाल के मक्का के खेत में सड़ी गली अवस्था में बरामद हुई थी। युवक की लाश मिलने के बाद से धर्मसिंह अपने परिवार के साथ फरार चल रहा था।