उझानी,(बदायूं)। मदरशील मैमोरियल अकादमी में हिंदी दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया। हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन स्कूल परिसर में किया गया। इस अवसर पर विजयी बच्चों को पुरस्कृत किया गया। प्रधानाचार्य रेनू थरेजा ने कहा कि हिन्दी भारत की ही नही अपुति विश्व की भाषा बन चुकी है।
हिन्दी दिवस पर स्कूल परिसर में आयोजित प्रतियोगिताओं में शिशु प्राइमरी और जूनियर वर्ग में दोहा पाठ, नारा, कविता, सुलेख व श्रुतलेख प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया इसमें सभी बच्चों ने हिस्सा लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिताओं में शिशु जूनियर और प्राइमरी वर्ग में क्रमशः माधव, कृष्ण, खुशी, योगेश, आयांश, राघव, अयांश प्रताप, किशन, आध्या, सोनिका, सीमा, गौरी, भावना, आन्या, आयांश, अदिति, सुबोध, माहिरा, आस्था, अर्पिता, सुशांत, अभय शाक्य, आहिल रजा, गोविंद, दिव्यांशी, प्रियांशी, प्रियाना, कशिश, हिमांशु, फरहीन, दिक्षिता, आराध्या, अनुप्रिया, अथर्व, प्रियांशुल, समर्थ सभी बच्चों का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधक नरसिंह थरेजा ने कहा की हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है और इसके महत्व को विस्तार में बताया। प्रधानाचार्या श्रीमती रेनू थरेजा ने कहा कि देश में अनेक भाषाएं बोली जाती हैं लेकिन हिंदी का विशेष महत्व है। उन्होंने सभी को हिंदी भाषा सीखने व शुद्ध उच्चारण के लिए प्रेरित किया।
स्कूल के निदेशक भारत थरेजा ने कहा कि हिंदी एक बहुत सरलतम भाषा है इससे हम अपने विचारों और भावनाओं को हिंदी भाषा के माध्यम से अच्छी तरह अभिव्यक्त कर सकते हैं। इस अवसर पर विद्यालय में शिक्षक शिक्षिकाओं व छात्र-छात्राओं द्वारा हिंदी भाषा का उच्चारण करवाया गया। जिसमें योगेंद्र नाथ गोयल, डी के सिंह, नंदिनी, नमामि, यशी, मीनू, विजया, वंशिका, दीक्षा, सौम्या, चंचल, प्राची, शिवानी, सारा, रचना शिक्षकों का विशेष योगदान रहा।