उझानी

धार्मिक महत्व वाली आंवला नवमी पर सुहागिनों ने आंवला वृक्ष की करी पूजा अर्चना, लगाई परिक्रमा

उझानी(बदायूं)। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष को मनाएं जाने वाली आंवला नवमी पर महिलाओं ने आंवला वृक्ष की भक्तिभाव और मनोयोग से पूजा अर्चना की और परिवार के साथ सामाजिक सुख समृद्धि की प्रार्थना भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी से की। आंवला नवमी को अक्षय नवमी के रूप में भी मनाया जाता है।

आंवला नवमी पर प्रातः काल संत बापू आशाराम आश्रम परिसर स्थित आंवला वृक्ष पर एकत्र हुई महिलाओं ने वृक्ष को दण्डवत प्रणाम किया और फिर आंवला वृक्ष की विधिवत रूप से पूजा अर्चना की और दीपक जला कर आरती उतारी। आंवला वृक्ष की पूजा अर्चना करते हुए उसमें कलावा बांध कर मनोकामना पूर्ण होने की प्रार्थनाएं की। महिलाओं ने भजन कीर्तन करते हुए आंवला वृक्ष की परिक्रमा की और भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी से सबकी सुख समृद्धि की प्रार्थना की।

इस अवसर पर आश्रम संचालक चुन्नी लाल ने पूजा अर्चना के लिए आई महिलाओं को पूजा अर्चना के उपरांत आंवला फल का प्रसाद वितरित किया। चुन्नी लाल ने बताया कि आज के दिन आंवला वृक्ष की पूजा अर्चना करने तथा परिक्रम लगाने से समस्त मनोकामना पूर्ण होती है और पाप कटने के साथ ही सुख समृद्धि प्राप्त होती है। हिन्दु पंचांग के अनुसार धार्मिक मान्यता है कि  इस दिन की गई पूजा से व्यक्ति को पुण्य, सौभाग्य और आरोग्य की प्राप्ति होती है। इस दिन आंवले का सेवन अमृत के समान माना गया है।

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