जनपद बदायूं

हल्दी की रस्म में खुशियां मना रही दुल्हन की डोली की जगह उठी अर्थी, पांच मई को आनी थी बारात

Up Namaste

बदायूं। इस्लामनगर थाना क्षेत्र  में परिजनों के साथ हल्दी की रस्म में शादी की खुशियां मना रही एक दुल्हन की अचानक मौत हो जाने से परिवार में ही नही बल्कि पूरे गांव और दूल्हा पक्ष के यहां मातम पसर गया। दुल्हन की पांच मई यानि आज बारात आनी थी लेकिन उसकी डोली की जगह अर्थी उठी। दुल्हन की मौत से हर किसी की आंखे नम थी। परिजनों और दूल्हा पक्ष ने रोते-रोते दुल्हन का अंतिम संस्कार किया।

वैवाहिक जीवन प्रत्येक युवक और युवती का सपना होता है और उसके कुछ अरमान होते भी होते हैं जो शादी की रस्मों और परिजनों के साथ पूरा करने का प्रयास करते है। ऐसा ही एक मामला इस्लामनगर थाना क्षेत्र के गांव नूरपुर पिनौनी निवासी दिनेशपाल के घर में देखने को मिला। दिनेशपाल ने अपनी बेटी दीक्षा की शादी मुरादाबाद के गांव शिवपुरी निवासी मदनपाल के बेटे सौरभ के साथ तय की थी और आज पंाच मई को बारात आनी थी। सात फेरों और वैवाहिक जीवन का सपना संजोय दीक्षा चार मई को हल्दी के रस्म के दौरान अपने परिजनों के साथ खुशियां मना रही थी। उसने अपने परिजनों के साथ गानों पर जमकर डांस किया।

बताते हैं कि डांस के दौरान अचानक दीक्षा के पेट में दर्द उठा तब वह वॉशरूम गई लेकिन वहां से न लौट सकी। दीक्षा जब काफी देर तक वॉशरूम से वापस न आई तब उसकी मां उसे देखने वॉशरूम गई लेकिन जब उसने वहां का नजारा देखा तो उसकी चीख निकल गई। दीक्षा वॉशरूम में मृतावस्था में पड़ी हुई थी। मां की चीख सुन कर सभी परिजन दौड़ कर वहां पहुंचे लेकिन दीक्षा की लाश देख कर सभी चीत्कार करने लगे। दीक्षा की मौत की सूचना जैसे ही घर से बाहर निकली तब पूरे गांव में मातम पसर गया और ग्रामीण उसके घर पहुंच गई। दीक्षा का शव देख कर पहुंचे ग्रामीणों के आंसू रूकने का नाम नही ले रहे थ। बताते हैं कि दीक्षा की मौत की सूचना पर वर पक्ष के लोग भी पहुंच गए और विलाप करने लगे। शादी में मेहमानों की आवाभगत के लिए तैयार कराएं जा रहे भोजन और मिठाईयों की मिठास भी दीक्षा की मौत से धरी की धरी रह गई। बताते हैं कि रोते बिलखते परिजनों ने शादी वाले दिन उसे डोली में विदा करने के बजाय अर्थी पर हमेशा के लिए संसार से विदा कर दिया।

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