उझानी

कछला गंगा में राजस्थान के चार श्रद्धालें डूबे, तीन को बचाया महिला हुई लापता, तलाश जारी

स्नान के घाट निश्चित न होने से हो रहे हैं हादसे, श्रद्धालु गंवा रहे है जान

उझानी,(बदायूं)। राजस्थान प्रदेश के अलवर जिले से परिजन की अस्थि विसर्जन करने कछला गंगा तट पहुंचे चार श्रद्धालु गंगा स्नान के दौरान गहरे पानी में पहुंच कर डूब गए। साथ आए परिजनों की चीख पुकार पर घाट पर मौजूद गोताखोरों ने तीन लोगों को तो बचा लिया मगर एक 50 वर्षीय महिला गंगा के पानी में समा गई। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला की तलाश में गोताखोरों को गंगा में उतारा है।

राजस्थान प्रदेश के अलवर जिले के गांव सैथली का बासराम निवासी एक ही परिवार के आठ लोग अपने परिजन की अस्थि विसर्जन करने के लिए कछला स्थित मां गंगा के तट पर रविवार की सुबह पहुंचे थे। बताते हैं कि परिजनों ने गंगा में अस्थियां विसर्जित करने के बाद पुराने रेलवे पुल के समीप गंगा स्नान करने का निर्णय लिया। बताते है कि गंगा स्नान करते वक्त एक महिला समेत चार लोग अचानक गहरे पानी में पहुंच कर डूब गए। बताते है कि चारो को डूबता देख साथ आए परिजनों ने शोर मचा दिया जिस पर घाट पर मौजूद गोताखोरों ने गंगा में कूद कर तीन लोगों को सुरक्षित गहरे गंगा के जल से निकाल लिया मगर 50 वर्षीय मंगल देवी पत्नी नानकराम मीणा गंगा के गहरे पानी में समा कर लापता हो गई।

हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों से जानकारी ली और फिर गोताखोरों को गंगा में उतार कर डूबी महिला की तलाश शुरू करा दी। देर शाम तक गोताखोर महिला की तलाश में लगे रहे लेकिन उसका कोई पता नही चल सका है। यहां बताते चले कि कछला गंगा घाट पर प्रशासनिक और नर पंचायत प्रशासन की लाहपरवाही के चलते स्नान करने के लिए घाटो को चिन्हित नही किया गया है जिससे गंगा तट पहुंचने वाले श्रद्धालु जहां सुविधा समझते हैं वहीं स्नान करना शुरू कर देते है जो लगातार हादसों का कारण बनता जा रहा है। यहां यह भी बताना जरूरी है कि प्रशासनिक लाहपरवाही के चलते घाट पर गंगा किनारे दुकान लगाने वालो एवं पंडों ने बंद हो चुके पुराने रेलवे पुल तक अपनी दुकानें सजा ली है जिससे राजस्थान समेत अन्य स्थानों से आने वाले श्रद्धालुओं में भ्रम फैल जाता है और वह दुकानों को देख एकांत स्थान में स्नान करते है और हादसों का शिकार हो अपनी जान गंवा देते है।

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