खण्ड विकास अधिकारी को सौंपा ज्ञापन, धनराशि अवमुक्त करने की मांग
उझानी,(बदायूं)। ब्लाक क्षेत्र में संचालित गौशालाओं में पल रहे गौवंशों के भरण पोषण के लिए मिलने वाली धनराशि के लिए प्रशासनिक स्तर पर हो रही हीलाहवाली से परेशान ग्राम प्रधानों ने गौशाला संचालन में अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। ग्राम प्रधानों का कहना है कि अगर प्रशासन से मिलने वाली धनराशि उन्हें नही मिलेगी तो वह गौवंशों को अपने पास से कब तक खिलाते रहेंगे। ग्राम प्रधानों ने पिछले चार माह से गौवंशों का भरण पोषण न मिलने से परेशान होकर खण्ड विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है और जल्द ही चार माह की बकाया धनराशि और भविष्य में प्रत्येक माह गौवंशों का भरण पोषण दिलवाएं जाने की मांग की है।
उझानी ब्लाक क्षेत्र में गौशालाओं का संचालन करने वाले ग्राम प्रधान गुरूवार की सुबह ब्लाक कार्यालय में खण्ड विकास अधिकारी से मिले और पिछले चार माह से गौवंशों का भरण पोषण न मिलने पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि वह सभी इतने सक्षम नही हैं कि अपने पास से लाखों रुपया प्रतिमाह खर्च कर गौशालाओ का संचालन कर सके। ग्राम प्रधानों ने खण्ड विकास अधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा जिसमें कहा गया है कि ब्लाक क्षेत्र में लगभग 17 गौशाला संचालित है जिसके संचालन के लिए पिछले चार माह से कोई भी धनराशि नही मिली है जिससे वह अब तक जैसे तैसे गौवंशों को खिला पिला रहे थे जिससे वह लोगों के कर्जदार भी हो गए है और यदि गौवंशों का भरण पोषण न मिला तो वह गौशालाओ का संचालन नही कर पाएंगे। ज्ञापन में कहा गया है कि चार माह का रूका हुआ गौवंशों के भरण पोषण की धनराशि जल्द ही अवमुक्त कर प्रधानों को दिलाई जाए साथ ही भविष्य में प्रत्येक माह भरण पोषण मिले ताकि वह सही रूप से गौशालाओं का संचालन कर सके।
खण्ड विकास अधिकारी ने ग्राम प्रधानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि वह उनकी समस्याओं को जिला स्तर पर पहुंचा कर जल्द गौवंशों के लिए बकाया भरण पोषण की धनराशि दिलवाएं जाने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर मलिकपुर गौशाला संचालक मनोज कुमार शाक्य, प्रधान पंकज सक्सेना, रंधावा यादव, प्रवेश कुमार, रामप्रकाश, सतेन्द्र साहू, रीना देवी समेत कई प्रधान और गौशाला संचालक मौजूद रहे।
अभिनव सक्सेना की रिपोर्ट