उझानी,(बदायूं)। एक महिला शिक्षिका पर गंदी नजर रखते हुए छेड़छाड़ और उससे जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करने के आरोप में सीएम से शिकायत के बाद चेती पुलिस ने एस्सल स्कूल के प्रबंधक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है हालांकि पुलिस ने इस मामले में स्कूल प्रबंधक की अभी गिरफ्तारी नही की है।
महिला शिक्षिका द्वारा मुख्यमंत्री से की गई शिकायत के बाद दर्ज रिपोर्ट में पीड़िता ने लिखा है कि वह एस्सल ओडियन पब्लिक स्कूल में बतौर प्राईवेट शिक्षक के रूप में कार्य करती थी। उसका कहना है कि जब से वह बच्चों को पढ़ाने स्कूल पहुंची तभी से स्कूल का प्रबंधक सुधांशु गुप्ता उस पर गलत नजर रखने लगा था और वह आए दिन छींटाकसी और अपमानजनक टिप्पणियां करता था। उसने दर्ज रिपोर्ट में कहा है कि गत वर्ष वह उसे व एक अन्य महिला शिक्षक को शिक्षण कार्य व पर्यटन के नाम पर उत्तराखंड के कई शहरों के अलावा आगरा, मुरथल आदि स्थानों पर ले गया जहां पर उसने उसके साथ गलत हरकतें की मगर उसके विरोध करने पर वह अपने मकसद में सफल न हो सका।
पीड़िता ने दर्ज रिपोर्ट में कहा है कि वापस लौट कर उसने स्कूल जाना बंद कर दिया तब प्रबंधक सुधांशु गुप्ता ने उससे माफी मांगी जिसके बाद वह पुनः स्कूल जाने लगी। पीड़िता का कहना हैं कि इस वर्ष जनवरी माह में सुधांशु गुप्ता ने उसे स्कूल में यह कह कर रोक लिया कि वेतन बिल बनबाने है लेकिन स्कूल से सबके जाते ही वह छेड़छाड़ और अश्लीलता पर उतर आया लेकिन वह इस दौरान किसी तरह से बच कर भाग निकली और अपने घर आ गई। पीड़िता का कहना है कि उसने इस मामले को लेकर उझानी पुलिस को तहरीर दी मगर पुलिस ने उसकी एक न सुनी और न ही रिपोर्ट दर्ज की।
उसका कहना है कि उसने कई बार पुलिस के अलावा एसएसपी को भी तहरीर दी मगर बदायूं पुलिस ने उसकी एक न सुनी तब आरोपी के हौंसले बुलंद हो गए और वह अपने दो साथियों के साथ उसे परेशान करने लगा और जब उसने विरोध किया तब उसने उसके साथ जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए भद्दी गालियां दी साथ ही शिकायत न करने के लिए धमकाते हुए बोला अगर मेरे खिलाफ शिकायत की तो गंभीर परिणाम होंगे। इसके बाद पीड़िता ने सीएम पोर्टल पर शिकायत की तब कही जाकर उझानी पुलिस ने पीड़िता की रिपोर्ट लिख कर जांच शुरू की। फिलहाल इस मामले में आरोपी स्कूल प्रबंधक की गिरफ्तारी न हो सकी है।