उझानी,(बदायूं)। नगर के अम्बेडकर चौराहें के समीप दिल्ली हाइवे पर बीच सड़क में कई गहरे-गहरे गड्ढे हो गए है जो अब वाहन चालको को जानलेवा साबित हो रहे है इसके बाबजूद लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने गड्ढों को भरने एवं पक्की मरम्मत कराने की जरूरत नही समझी है जिसका परिणाम छोटे वाहन चालको को घायल होकर भुगतना पड़ रहा है। लोनिवि के अधिकारी तो किसी बड़े हादसे के इंतजार में है।
उझानी दिल्ली हाइवे पर अम्बेडकर चौराहें से कुछ ही दूरी पर सड़क के बीचोंबीच कई गहरें गड्ढें हो गए है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की लाहपरवाही के चलते यह गड्ढें और भी गहरे होते जा रहे है। हाइवे की सड़क के बीचोंबीच गड्ढे दुपहिया और छोटे वाहन, कार आदि के चालकों एवं उसमें बैठे लोगों के लिए जानलेवा होते जा रहे है। हाइवे के दोनों ओर रहने वाले लोगों की माने तब पिछले काफी समय से इन गड्ढों में गिर कर दर्जनों वाहन चालक गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। इसके बाद भी लोक निर्माण विभाग के अधिकारी और कर्मचारी लाहपरवाह बने हुए है।
समाज सेवा में अग्रणी भूमिका निभाने वाले उझानी हेल्पिंग के प्रमुख श्याम शर्मा, अन्य दुकानदार और यहां से गुजरने वाले ग्रामीणों ने बताया कि दिल्ली-सहसवान-मेरठ हाइवे होने के कारण वाहनों का आवागमन काफी है साथ ही सहसवान, मुजरिया समेत आसपास के ग्रामीण अंचलों से बड़ी संख्या में दुपहिया चालक इस हाइवे से गुजरते हैं। इन लोगों ने बताया कि इन गड्ढों में आए दिन कार-बाइक गिर कर हादसे का शिकार हो रही है जिससे उसमें बैठे लोग तथा चालक गंभीर रूप से घायल हो चुके है। समाजसेवियों ने बताया कि गड्ढों को भरने के लिए कई बार लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को मौखिक रूप से अवगत करा चुके हैं इसके बाद भी आज तक इन गड्ढों को भरा नही जा सका है जिससे इसका परिणाम हादसे के रूप में सामने आ रहा है।
समाजसेवी श्याम शर्मा और अन्य ग्रामीणों ने बताया कि वह सभी आए दिन हादसे रोकने के लिए गड्ढों में मिट्टी आदि डालते रहते है लेकिन कुछ दिन में ही मिट्टी गड्ढों से निकल जाती है और फिर स्थिति जस के तस हो जाती है। हाइवे की सड़क के बीचोंबीच गड्ढें न भरे जाने और उनकी पक्की मरम्मत विभाग द्वारा न कराए जाने से सरकार की गड्ढा मुक्त सड़क के अभियान को भी पलीता लग रहा है। राहगीर ग्रामीणों का कहना है कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे है यही वजह है कि इन गड्ढों से होने वाले हादसे उसे नजर नही आ रहे है।