उझानी

दलित की हत्या के बाद गांव बसौमा में पीएसी तैनात, नही पकड़े जा सके हत्यारोपी

उझानी, (बदायूं) । कोतवाली क्षेत्र के गांव बसौमा में एक दलित ग्रामीण की हत्या के बाद दलित समाज में  उपजे रोष को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से पीएसी तैनात कर दी है। दलित की हत्या करने वाले दोनों आरोपी अभी तक पुलिस की पकड़ में  नही आ सके हैं। इधर पुलिस ने मृतक के शव का पीएम करा कर उसे परिजनों के हवाले कर दिया है और पुलिस की सुरक्षा के बीच उसका अंतिम संस्कार किया गया। हत्या की पृष्ठभूमि में चुनावी रंजिश बताई जा रही है।

ब्लाक में तैनात किसी एडीओ पंचायत के निजी सहायक के रूप में काम करने वाले ग्राम बसौमा निवासी दलित 50 वर्षीय रामदयाल पुत्र सुन्दरलाल मंगलवार की सुबह पांच बजे अपने घर से टहलने के लिए निकले थे लेकिन फिर वह वापस न लौट सके। बताते है कि शाम पांच बजे के करीब उनका गोली लगा शव गांव के समीप खेतों में मिला जिससे परिवार में कोहराम मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद शव को अपने कब्जें में ले लिया और परिजनों से घटना के बारे में जानकारी हासिल की। परिजनों ने गांव के ही मुकेश साहू और इन्द्रपाल पर हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस को भी आड़े हाथों लिया और रामदयाल की हत्या के लिए पुलिस को जिम्मेेदार ठहराया। परिजनों का आरोप है कि हत्या से पूर्व रामदयाल पर जानलेवा हमला हो चुका है जिसमें वह बाल बाल बच गए थे तब उनकी शिकायत पर पुलिस ने मुकेश के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई नही की जिससे उसके हौंसले बुलंद हो गए और मौका मिलते ही रामदयाल की गोली मार कर हत्या कर दी। पुलिस ने घटना स्थल पर मिले तमंचे को अपने कब्जें में लेे लिया है। पुलिस ने बुधवार को दलित समाज में रामदयाल की हत्या से उपजे रोष के मद्देनजर गांव में पीएसी की तैनाती की है ताकि गांव में सुरक्षा व्यवस्था बनी रहे। रामदयाल की हत्या आरोपी मुकेश साहू और इन्द्रपाल फरार बताए जाते है जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है। इधर मृतक के शव का अंतिम संस्कार पुलिस की देखरेख में परिजनों ने किया है।

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