बदायूं। स्वतंत्रता दिवस की 77वी वर्षगांठ के अवसर पर डायट स्थित ऑडिटोरियम में केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा, प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री अरुण कुमार सक्सेना व जिलाधिकारी ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर किया। वहीं राज्यमंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने डायट परिसर में ध्वजारोहण भी किया। कार्यक्रम में काकोरी ट्रेन एक्शन महोत्सव पर मंत्र मुग्ध भावुक प्रस्तुति देने वाले कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय म्याऊं की छात्राओं को जिलाधिकारी ने नगद रुपए 5000 व केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा ने रुपए 10000 देने की घोषणा की। जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को शाल ओढ़ाकर व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने देश को विकसित भारत बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि इस देश के क्रांतिकारियों ने देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया और आज हम सभी खुली हवा में सांस ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने भारत पर करीब 200 वर्ष तक राज किया और 15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ।
उन्होंने कहा कि देश वर्ष 2047 तक विकसित व आत्मनिर्भर भारत बनेगा, इसमें सभी देशवासियों को पूरी ईमानदारी से अपने प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 40 लाख करोड रुपए के एमओयू हुए हैं तथा 10 लाख करोड रुपए के उद्योगों की स्थापना के लिए ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी हो चुकी है। उन्होंने पर्यावरण संतुलन और संरक्षण की आवश्यकता पर भी बोल दिया तथा सभी को पौधारोपण करने के लिए प्रेरित भी किया। उन्होंने कहा कि किसान अपनी खेत के मेड़ पर पेड़ लगाए जिससे उन्हें बाद में धनराशि भी प्राप्त होगी।
जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने देश को आजाद करने में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि सभी अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी ईमानदारी के साथ करें। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी को भी आजादी के पर्व की जानकारी दी जानी चाहिए ताकि उन्हें भी मालूम हो कि कितने संघर्ष व बलिदानों के बाद देश को आजादी मिली है। उन्होंने कहा कि अमर शहीदों के बलिदानों को कभी बुलाया नहीं जा सकता है। जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की तथा नवजात बच्चों का अन्नप्राशन भी किया तथा पोधा रोपण कर पर्यावरण संतुलन व संरक्षण का संदेश दिया। कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री व प्रदेश के राज्य मंत्री को अधिकारियों ने राम मंदिर की प्रतिमा भेंट की।