बदायूं। ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत नयी पाइप पेयजल योजनाओं के निर्माण की स्थिति सही न पाने पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि बेवजह कार्य में विलम्व न किया जाए और कार्य युद्ध स्तर पर किया जाए। किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं की जाएगी।
बैठक में जलनिगम के अधिशासी अभियन्ता रामहेत सिंह ने अवगत कराया कि ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत नयी पाइप पेयजल योजनाओं के निर्माण हेतु राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन द्वारा सूचीबद्ध फर्म मै0 पी0एन0सी0 इन्फ्राटेक प्रा0लि0.एस०पी०एम०एल०ज्वाइंट वैनचरए आगरा को जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन द्वारा 346 ग्राम पंचायतों के 501 राजस्व ग्रामों की सूची आवश्यक कार्यवाही हेतु उपलब्ध करायी गयी थी। पूर्व में फर्म द्वारा प्रेषित 148 नग ग्राम पंचायतों के 217 राजस्व ग्रामों के पाइप पेयजल योजना के प्राक्कलन को जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन द्वारा अनुमोदनुपरान्त राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन लखनऊ को प्रेषित किये जा चुकें हैं। राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशनए लखनऊ को प्रेषित डी०पी०आर० के सापेक्ष राज्य स्तरीय योजना स्वीकृति समिति द्वारा 147 नग ग्राम पंचायतों में 216 राजस्व ग्रामों की पाइप पेयजल योजनाओं के प्राक्कलन को प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है।
सभी 147 नग प्राक्कलनों के त्रिपक्षीय अनुबन्ध का गठन भी किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त सूचीबद्ध फर्म द्वारा 68 ग्राम पंचायतों के 99 राजस्व ग्रामों की पाइप पेयजल योजनाओं के प्राक्कलन खण्ड को उपलब्ध कराये गये हैं। इन 68 नग प्राक्कलनों में 01 नग प्राक्कलन की लागत 05 करोड़ से अधिक है एवं शेष 67 नग प्राक्कलनों को खण्ड स्तर पर जल जीवन मिशनध्कार्यक्रम की गाइड लाइन्स एवं समय.समय पर शासन द्वारा निर्गत दिशा.निर्देश के अनुरूप परीक्षण कर सक्षम स्तर से तकनीकी स्वीकृति प्राप्त की जा चुकी है।