उझानी(बदायूं)। कोतवाली क्षेत्र के गांव पिपरौल से अपह्त गौरव उर्फ गीतम की लाश मिलने के बाद पुलिस ने दूसरे दिन शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया है। गीतम का अंतिम संस्कार भारी पुलिस बल और पीएसी की निगरानी में किया गया।
गीतम पुत्र वेदराम साहू का शव रविवार की दोपहर पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचा तब पूरा गांव उसके शव को देखने के लिए उमड़ पड़ा। इस दौरान ग्रामीणों की आंखे नम थी और उनमें पुलिस की लाहपरवाही के प्रति गुस्सा झलक रहा था। पुलिस ने अपह्त की लाश मिलने के बाद से ही गांव में भारी संख्या में पुलिस बल और पीएसी की तैनाती कर दी थी ताकि मृतक के अंतिम संस्कार पर कोई बबाल न हो सके। इधर पुलिस ने पोस्टमार्टम भी पुलिस और पीएसी की निगरानी में कराया।
गांव में ग्रामीण दबी जुबान से चर्चा कर रहे थे कि अगर पुलिस ने गीतम के अपहरण के बाद से प्रभावशाली कदम उठाए होते तो वह पुलिस को जिन्दा मिल सकता था लेकिन पुलिस उसे सर्विलांस के जरिए तलाशने का दिखावा करती रही।
किसी से कोई रंजिश नही फिर भी हो गई हत्या, पुलिस न लगा सकी है हत्यारों का सुराग
उझानी। अपह्त गौरव उर्फ गीतम की हत्या के बाद उसके अंतिम संस्कार में उमड़े ग्रामीण और परिजन गीतम की किसी से भी रंजिश न होने की बात कह रहे है। जब मृतक की किसी से कोई रंजिश नही थी फिर भी बदमाशों ने उसका अपहरण करने के बाद हत्या करने के बाद कार और कार में मौजूद किराना-परचून का कीमती माल लूट कर ले गए। गीतम के अपहरण और हत्या तथा लूट के पीछे कौन हो सकता है या फिर बदमाशों का मकसद कार लूटना रहा होगा मगर हो सकता है कि कोई ऐसा व्यक्ति हो जो उसे पहचानता हो जिसके चलते गीतम की हत्या कर दी हो। पुलिस गीतम को जिन्दा तो बरामद न कर सकी लेकिन अभी लूटी गई कार और मोबाइल की बरामदगी भी बाकी है। पुलिस चाहे लाख दावा करे मगर वह गीतम के अपहरणकर्ताओं तक नही पहुंच सकी है और न ही उनके बारे में कोई सुराग लगा सकी है। पुलिस की इसी लाहपरवाही पर ग्रामीण खासे नाराज नजर आ रहे थे।