उझानीजनपद बदायूं

समाज की मुख्य धारा से जुड़ कर अपराधों को त्यागे हिस्ट्रीशीटरः एसएसपी

उझानी(बदायूं)। एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने रविवार को कोतवाली परिसर में गौकस एवं हिस्ट्रीशीटर अपराधियों से संवाद किया और उनसे अपराध छोड़ कर समाज की मुख्य धारा से जुड़ने का आह्वान किया साथ ही चेतावनी दी कि अगर वह अपराधों में लिप्त पाए गए तो उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने से कोई गुरेज नही किया जाएगा। एसएसपी ने गांवों के चौकीदारों का हौंसला बढ़ाया और कहा कि वह ग्रामीण इलाकों में होने वाले अपराधों पर नजर रखे और समय पर पुलिस को सूचना दें ताकि अपराधों पर अंकुश लग सके और अपराधियों को पकड़ा जा सके।

एसएसपी आलोक प्रियदर्शी के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर और गौकस अपराधियों का सत्यापन प्रारंभ कर दिया है। इन एचएस को कोतवाली में बुला कर उनके वर्तमान की जानकारी और सत्यापन किया जा रहा है। पुलिस जमानत पर चल रहे एचएस के संदर्भ मंे पूरी जानकारी जुटा रही हैं कि वह किस प्रकार से अपना जीवन यापन कर रहे हैं या फिर चोरी-छिपे अपराध में लिप्त तो नही है। रविवार को कोतवाली पुलिस ने हिस्ट्रीशीटरों और गौकस अपराधियों को कोतवाली में बुलाया। इस दौरान अचानक कोतवाली पहुंचे एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने इन अपराधियों से बात की और उन्हें अपराधों को छोड़ने के लिए प्रेरित किया और कहा कि वह समाज की मुख्य धारा से जुड़ेंगे तो पुलिस उनके जीवन यापन में हर संभव मदद करेगी। उन्होंने कहा कि वह सभी अपने क्षेत्रों में होने वाले अपराधों और पनपने वाले अपराधियों के बारे में पुलिस को सूचना देते रहे ताकि अपराधों पर अंकुश रखा जा सके। श्री प्रियदर्शी ने एचएस को चेतावनी भी दी कि अगर कोई भी अपराध में लिप्त पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

एसएसपी ने गांव के चौकीदारों से बात कर उनका हौंसला बढाया और कहा कि वह ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले अपराधों की रोकथाम करने में पुलिस के सबसे बड़े सहायक होते हैं। एसएसपी ने कोतवाली पुलिस को समाजसेवियों, नगर पालिका सदस्यों एवं गणमान्य नागरिकों से समाज में होने वाले अपराधों की रोकथाम में सहयोग लें इससे न सिर्फ अपराधों पर अंकुश लग सकेगा बल्कि आम जनता पुलिस पर विश्वास कर सकेगी।

अपराध छोड़ने वाले अपराधियों के जीवन यापन को हर संभव होगी मदद
एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हिस्ट्रीशीटर अपराधियों पर निगेहबानी के पीछे सकारत्मक उद्देश्य छिपा है। उन्होंने कहा कि यह एचएस अपराध छोड़ कर पुलिस की मदद कर सकते हैं वही अपने क्षेत्र में होने वाले अपराध रोकने में मील का पत्थर साबित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई अपराधी अपराध छोड़ कर समाज की मुख्य धारा से जुड़ता है तो उसके रोजगार आदि में हर संभव मदद की जाएगी।

Leave a Reply

error: Content is protected !!