उझानी(बदायूं)। कोतवाली क्षेत्र के गांव पिपरौल से अपह्त किराना दुकानदार की बदमाशों ने हत्या कर शव को सहसवान गंगा खादर में फेंक दिया और कार तथा माल को लेकर फरार हो गए। शनिवार को छह दिन बाद सहसवान पुलिस ने अपह्त की लाश बरामद कर उझानी पुलिस को सूचना दी। इधर जब परिजनों को अपह्त की हत्या किए जाने की सूचना मिली तब उनमें पुलिस के प्रति रोष व्याप्त हो गया और वह सहसवान पहुंच गए। परिजनों ने पुलिस से शव लेकर सड़क पर जाम लगा दिया।
शनिवार की दोपहर सहसवान प्रभारी निरीक्षक विशाल प्रताप को सूचना मिली कि गंगा खादर के गांव जोनेरा के बांध के समीप एक युवक की लाश पड़ी हुई है जिस पर वह मौके पर पहुंचे। लाश की शिनाख्त कछला के गांव पिपरौल से अपह्त गौरव साहू उर्फ गीतम के रूप में हुई तब उन्होंने उझानी पुलिस को सूचना दी जिस पर उझानी पुलिसा मौके पर पहुंच गई और उसने शव को अपने कब्जें में लेकर पीएम को जिला मुख्यालय भेजने की तैयारी शुरू कर दी। बताते हैं कि इस बीच पुलिस ने परिजनों को गौरव की लाश मिलने की सूचना दी जिससे परिवार में कोहराम मच गया और वह बड़ी संख्या में ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंच गए।
बताते है कि लाश देख कर परिजनों का गुस्सा पुलिस पर भड़क गया और उन्होंने गौरव की तलाश में पुलिस की लाहपरवाही बताते हुए शव के साथ सहसवान चौराहा पर जाम लगा दिया। बताते हैं कि जाम की सूचना पर और पुलिस बल पहुंच गया और उसने परिजनों को समझाया तब कही जाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सका। परिजनों को आरोप था कि जिस दिन गीतम का अपहरण हुआ था उसी दिन उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी थी मगर पुलिस ने उसकी तलाश में लाहपरवाही बरती रही।ं परिजनों का यह भी आरोप था कि पुलिस गीतम को सहसवान क्षेत्र में तलाश रही थी फिर भी पुलिस गीतम को जिन्दा बरामद न कर सकी।
अनुमान लगाया जा रहा है कि बदमाशों ने अपहरण वाले दिन ही गीतम की हत्या कर उसका शव सहसवान क्षेत्र में फेंक दिया होगा और कार तथा किराने के माल लेकर फरार हो गए और पूरे जिले की पुलिस को इसका पता भी न चल सका। अपह्त की लाश मिलने पर उसके परिवार के सदस्यों का हाल बेहाल हो गया है।
यहां बताते चले कि गत चार दिसम्बर रविवार की शाम पिपरौल निवासी गौरव साहू उर्फ गीतम पुत्र वेदराम साहू आसपास के गांवों में किराना-परचून का सामान दुकानदारों में बेंच कर अपनी ईको कार से वापस घर लौट रहा था। गांव हरपालपुर और पिपरौल के बीच बदमाशों ने गीतम का कार समेत अपहरण कर लिया था। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने अपहरण के दूसरे दिन गुमशुदगी दर्ज की थी और तीसरे दिन पता न चलने पर अपहरण का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस सहसवान क्षेत्र को चिन्हित कर उसे तलाश कर रही थी मगर फिर भी वह उसे जिंदा बरामद न कर सकी।