उझानी(बदायूं)। सावन के अंतिम सोमवार को भगवान शंकर का जलाभिषेक करने की एक युवक की इच्छा पूरी होती उससे पहले ही मौत के क्रूर पंजों ने उसे झपट लिया। युवक भगवान शंकर का जलाभिषेक करने के लिए गंगाजल लाने कछला स्थित मां भागीरथी के तट पर पहुंचा और स्नान करते वक्त वह गहरे में पानी में डूब गया जिससे उसकी जान चली गई। पुलिस इसे हादसे के बजाय युवक की मौत को मिर्गी से होना बता रही है। युवक की मौत पर परिजनों मंे कोहराम मचा हुआ है।
बदायूं के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गांव सोवनपुर निवासी 26 वर्षीय भूदेव पुत्र प्रेमपाल सावन माह के अंतिम सोमवार को देवाधिदेव महादेव के जलाभिषेक की लालसा लिए गंगाजल लाने के लिए ग्रामीणों के साथ कछला स्थित मां भागीरथी के तट पर शनिवार की रात लगभग 12 बजे पहुंचा था। बताते हैं कि भूदेव अपने गांव वालो के साथ गंगा में स्नान कर रहा था इसी दौरान वह गहरे पानी में जा पहुंचा और डूबने लगा। बताते हैं कि उसके साथ के लोगों ने उसे बचाने का प्रयास किया मगर सफल न हो सके और भूदेव गंगा के गहरे जल में डूब गया। बताते हैं कि साथ आए लोगों ने शोर मचा कर गोताखोरों को बुला लिया तब गोताखोरों ने गंगा में उतर कर उसकी तलाश शुरू कर दी और आधा घंटा की मशक्कत के बाद उसका शव गंगा से निकाल लिया।
बताते हैं कि गंगा से निकाले जाने के बाद साथ आए ग्रामीण उसे जीवित मान कर इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उसे मृत घोषित कर दिया। युवक की मौत की सूचना पर बदायूं पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को अपने कब्जें मंे लेने के बाद रविवार को उसका पीएम करा कर शव परिजनों के हवाले कर दिया है। युवक की मौत पर उसके परिवारीजनों में कोहराम मचा हुआ है। इस हादसे के बारे में जानकारी करने पर कछला चौकी प्रभारी दिनेश शर्मा से बात की तब उन्होंने पहले तो हादसे के बारे में साफ इंकार कर दिया जबकि बाद में बताया कि युवक को मिर्गी के दौरे पड़ते थे जिससे उसकी मौत डूब से नही बल्कि मिर्गी के दौरे पड़ने से हुई है।
मासूम बेटा हुआ अनाथ, सिर से उठा पिता का साया
चार भाईयों में सबसे छोटे भूदेव की शादी हो चुकी थी और उसके डेढ़ साल का एक मासूम सा बेटा है। भूदेव की मौत से मासूम के सिर से पिता का साया हमेशा को उठ गया है। हादसे में युवक की मौत के बाद उसकी पत्नी का हाल बेहाल हो गया है जबकि अन्य परिजनों की हिचकियां नही रूक पा रही है। युवक की मौत से पूरे गांव गमगीन हो गया है।