बदायूं। राज्य स्तरीय सलाहकार समिति के सदस्य तुषार दिलीप मकवाना द्वारा विकास खंड जगत के गांव आदर्श गांव मझिया का निरीक्षण किया। जहां कार्यदायी संस्था द्वारा किये जा रहे कार्य को देखा। इस दौरान उन्होंने संस्था व विभाग के अधिकारियों को गुणवत्ता परक कार्य कराने के निर्देश दिये। इसके पश्चात उन्होंने पीडब्लूडी गेस्ट हाउस में योजना को लेकर समीक्षा की।
राज्य स्तर सलाहकार समिति (पीएमएसबीवाई) सदस्य अधिकारियों से कहा कि आदर्श ग्राम योजना एक ऐसी संकल्पना है जिसमें लोगों को विभिन्न बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने की परिकल्पना की गई है। इससे समाज के सभी वर्गों की न्यूनतम आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके और समाज का चहुंमुखी विकास होगा। समाज कल्याण अधिकारी रामजनम ने सदस्य को अवगत कराया कि अनुसूचित जाति सब प्लान के तहत सभी नागरिकों की विशेष कर अनुसूचित जाति के लिए आय व अन्य असमानताओं को कम करते हुए उनके सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक व न्यूनतम आवश्यकताओं के पूर्ति के लिए वर्ष.2011 की जनगणना के आधार पर 50 प्रतिशत से अधिक अनुसूचित जाति की आबादी वाले गांवों में रह रहे अनुसूचित जाति के व्यक्तियों को सामान्य आबादी के समकक्ष लाने के लिए योजना शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अनुसूचित बाहुल्य बीस ग्राम पंचायतों का चयन केंद्र सरकार द्वारा किया गया है। प्रति गांव 20 लाख रुपये गैप फिलिंग विकास कार्य के लिए आवंटित किया गया है। मिली धनराशि से शासन से नामित संस्था यूपी सिडक़ो द्वारा कार्य कराया जा रहा है। सदस्य ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, किसान सम्मान योजना समेत किसानों को खाद व बीज की उपलब्धता, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, पंचायतीराज व विद्युत विभाग की योजनाओं की समीक्षा की। इस मौके पर एडीपीआरओ नितिन कुमार, वित्त निगम सहायक प्रबंधक संतोष दिवाकर, सचिव ईशा पटेल सहित कार्यदायी संस्था के जेई मौजूद रहे।